उम्मीद से भी तेजी से कोरोना संक्रमण भारत में फैल रहा है. इसी वजह से लॉकडाउन को आगे बढ़ा दिया है. वही, लॉकडाउन समाप्त होने के बाद शताब्दी एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस और तेजस एक्सप्रेस के साथ राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में सफर के दौरान यात्रियों को खाना अपने साथ लाना पड़ सकता है. रेलवे इन ट्रेनों में केवल सादे पानी की ही आपूर्ति करेगा. इस दौरान शताब्दी और तेजस जैसी ट्रेनों में शारीरिक दूरी का पालन एयरलाइन्स की तर्ज पर होगा. एक चेयरकार की सीट के पीछे दूसरे यात्री को बैठाया जाएगा.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि बुधवार को रेलवे बोर्ड में लॉकडाउन के बाद कुछ चुनिंदा रूटों पर ही सीमित संख्या में ट्रेनों को चलाने की गाइड बनाने पर मंथन किया गया. जनरल और स्लीपर क्लास की ट्रेनों की बोगियों में तो शारीरिक दूरी के लिए वेटिंग लिस्ट और मिडिल कंफर्म सीटों को हटाने की योजना बन गई है. हालांकि, इसके निर्देश अब तक जोनल मुख्यालयों को जारी नहीं हुए हैं.
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लेकिन इन सब बतों से इतर सबसे बड़ा संकट कोरोना वायरस के चलते एसी क्लास के सफर को लेकर है. रेलवे बोर्ड के सीनियर अधिकारी के मुताबिक, एसी क्लास बोगियों में सेंट्रल एसी होती है. ऐसे में इस एसी को नहीं चलाया जा सकता है. दुविधा इसे लेकर भी है कि बिना एसी के पूरी तरह बंद बोगी में यात्री घुटन और भीषण तपिश में सफर भी नहीं कर पाएंगे. मई में ही तापमान 44 डिग्री के करीब होगा. ऐसे में एसी क्लास बोगियों के शीशे भी हटाए जा सकते हैं. यानी ट्रेनें नॉन एसी हो सकती हैं. ऐसे स्थिति में किराए का अंतराल वापस कर दिया जाएगा.
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