'चूजे से निकले अंडे हैं ये...' बदजुबानी करती दिखी तहसीलदार, सीएम ने लिया एक्शन
'चूजे से निकले अंडे हैं ये...' बदजुबानी करती दिखी तहसीलदार, सीएम ने लिया एक्शन
Share:

देवास: देवास जिले के सोनकच्छ की तहसीलदार अंजली गुप्ता का वीडियो वायरल होने लगा है. इसमें वे एक किसान से यह कहती हुई दिखाई दे रही हैं कि ‘चूजे हैं ये, अंडे से निकले नहीं, बड़ी-बड़ी मरने-मारने की बात भी करते है….’ उनका ये वीडियो सामने आने के उपरांत जबरदस्त बवाल मच गया था. इस मामले पर अब तहसीलदार अंजली गुप्ता ने बयान दे डाला है. उन्होंने बोला है कि किसान बिजली टावर का विरोध कर रहे थे. उन्होंने काम रोक दिया था. मैं उन्हें समझाइश देने वहां पहुंच गई थी. इस बीच उन्होंने अपशब्द कहे. उसके रिएक्शन में मैंने उन्हें डांटा. वायरल वीडियो में एक पक्ष ही दिखाया गया है. उसमे अकेली मैं ही दिख रही हूं. इस घटना के दो दिन के उपरांत किसान आये थे. उन्होंने माफी नामा भी दे दिया था.

खबरों की माने तो मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश के बाद कलेक्टर ने तहसीलदार अंजली गुप्ता को मुख्यालय लाइन अटैच भी कर चुके है. दूसरी ओर, किसानों का भी बोला है कि तहसीलदार अंजली से उनका कोई विवाद नहीं है. वे हमारी सहायता ही कर रही थीं. गौरतलब है कि यह वीडियो सोनकच्छ के गांव कुम्हारिया का कहा जा रहा है. ये घटना कुछ दिन पहले घटी थी.

अंग्रेजी में बोलने पर भड़कीं तहसीलदार: कहा जा रहा है कि सोनकच्छ के गांव कुम्हारिया में सरकार बिजली टावर लगाने का काम कर रही है. वहां के किसान इस बिजली टावर का विरोध भी कर रहे है. इसे लेकर किसानों ने काम को रोका जा चुका है. इसकी खबर जैसे ही तहसीलदार अंजली गुप्ता को लगी तो वे किसानों को समझाने के लिए पहुंची. इस बीच एक किसान ने उनसे अंग्रेजी में बोल दिया, ‘यू आर रेस्पॉन्सिबल.’ ये सुनते ही वे भड़क गईं और उन्होंने किसानों से बदजुबानी करते हुए बोला है कि, ‘चूजे हैं ये, अंडे से निकले नहीं, बड़ी- बड़ी मरने-मारने की बातें करते हैं.’

इस तरह हुआ विवाद: इस बीच किसानों ने बोला है कि हम तो आपसे हाथ जोड़कर निवेदन करते है, हम तो अनपढ़ है साहब. जिसके उपरांत अंजली ने बोला था कि, ‘आराम से बात कर रहे थे तो आज इसने मुझे कैसे बोला कि तुम रेस्पॉन्सिबल हो..? मैं हूं क्या, मैं तहसीलदार हूं. ये शासन का प्रोजेक्ट है. शासन ने किसको चुना, शासन को किसने चुना, सरकार को आप लोगों ने चुना.? मैंने चुना क्या..? मैंने बोला क्या, ऐसी पेटी रखो, मैं लगाऊं क्या इसको..? मैं कैसे रेस्पान्सिबल हूं? बहुत शब्द पढ़ लिए, अंग्रेजी में यू आर रेस्पॉन्सिबल, आए बड़ो.’

 

सीएम ने चेताया: मुख्यमंत्री यादव ने कहा है कि अधिकारी आम लोगों के साथ सभ्य और शालीन भाषा का उपयोग करें। अभद्र भाषा बर्दाश्त नहीं की जाने वाली। सुशासन हमारी सरकार का मूल मंत्र है।इतना ही नहीं इससे पहले हिट एंड रन कानून के नए प्रावधानों से खफा जब बस-ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर थे तब शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल ने ड्राइवरों से बोला था कि तु्हारी औकात क्या है। इस पर कलेक्टर को तीन जनवरी को हटा दिया गया है। 

समझाइश दे रही थी: विवाद जैसी कोई बात नहीं है। किसान के बेटे ने कुछ अपशब्द भी बोले थे, जिसे मैं समझाइश दे रही थी। इस केस में किसानों और कंपनी के बीच टावर लगाने को लेकर सहमति हो गई है।

शर्मनाक! चिता पर मां के शव को छोड़ संपत्ति के लिए भिड़ी बेटियां, श्मशान घाट पर मचा बवाल

बेटी नहीं हुई तो शख्स ने 12 दिन के नवजात बेटे को उतार दिया मौत घाट

कार हटाने को कहा तो भड़की स्कूल टीचर, युवक के सीने में घोंप डाला चाकू

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -