भारत में इस वक्त कोरोना वायरस लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है. इसके तहत इस लॉकडाउन में काफी ढील दी गई है. अब धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियां शुरू करने हो रही हैं. इसके तहत ट्रेनें और घरेलू उड़ानों को भी फिर से शुरू करने का फैसला किया गया है. ऐस में शुक्रवार को कर्नाटक सरकार ने कहा कि छह राज्यों से आनेवाले लोगों को वह अपने राज्य में सात दिनों के लिए इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइनकिए जाएंगे. महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु, राजस्थान और मध्य प्रदेश से आने वाले सभी लोगों को कर्नाटक में सात दिनों के लिए इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन में रखा जाएगा.
तूफ़ान प्रभावित ओडिशा का जायज़ा लेने पहुंचे पीएम मोदी, किया 500 करोड़ की मदद का ऐलान
इसके अलावा सभी का नेगेटिव टेस्ट परीक्षण के बाद सभी लोगों को अगले सात दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा. राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर रात जारी किए गए अन्य राज्यों से कर्नाटक में व्यक्तियों के प्रवेश के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार अन्य कम प्रचलन वाले राज्यों से आने वालों को लोगों को होम क्वारंटाइन के लिए 14 दिनों का पालन करने के लिए कहा जाएगा. इस क्वारंटाइन से गर्भवती महिला, 10 वर्ष से कम बच्चे, 80 साल से अधिक आयु वाले बुर्जुग को एसओपी ने होम क्वारंटाइन की इजाजत दी है.
योगी सरकार का बड़ा ऐलान- अन्य राज्यों से आए मजदूरों को मिलेगा 15 दिन का राशन और 1000 रुपए
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि 1 जून से देशभर में ट्रेन चलना शुरू होगी इसके लिए बुकिंग भी शुरू हो गई है वहीं घरेलू उड़ानों के लिए भी टिकट बुकिंग शुरू हो गई है. देश में इस वक्त चीन से फैले कोरोना के चलते गंभीर स्थिति है. देश में लगाए गए लॉकडाउन के चलते सभी लोगो अपने घरों में कैद हैं. अभी तक पूरे देश में कोरोना से मरनेवालों का आंकड़ा 3 हजार के पार पहुंच गया है वहीं संक्रमितों की संख्या 1 लाख के पार पहुंच गई है. कर्नाटक ही पहला ऐसा राज्य है जहां पर सबसे पहले कोरोना से मौत हुई थी हालांकि इससे पहले केरल में कोरोना के मामले सामने आए थे.
कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच लद्दाख में आज मनेगी ईद, नज़र आया चाँद
प्रयागराज में श्रमिकों से भरी बस पलटी, 25 मजदुर घायल
कोरोना पर इंदौर की बड़ी जीत, आज अस्पताल से डिस्चार्ज हुए 100 से अधिक मरीज