कोरोना संकट के बीच उत्तर प्रदेश के रामपुर में अपने घर जाने के लिए चार जमाती इंदौर के क्वारंटाइन सेंटर से चकमा देकर फरार हो गए. इसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश जाने वालेे एक ट्रक की मदद ली जो केले से भरा था. एवज में इन्होंने ट्रक चालक को मुंहमांगी रकम भी दी लेकिन मुरैना में पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया. ये सभी अस्पताल में भर्ती हैं और केले से भरा ट्रक भी वहीं खड़ा है क्योंकि ट्रक के ड्राइवर और क्लीनर के भी सैंपल जांच के लिए गए हैं.
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ट्रक केले से भरा था इसलिए कई जिलों के बॉर्डर पर चेकिंग से बच गया. रास्ते में इन जमातियों ने गुना में एक ढाबे से खाना पैक कराया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ट्रक अलीगढ़ का था, ऐसे में जमाती भी घर पहुंचने को लेकर पूरी तरह बेफिक्र थे.
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आपकी जानकारी के बता दे कि इंदौर से समय रहते सूचना मिलने पर ट्रक को राजस्थान की सीमा लगने से कुछ किमी पहले पकड़ लिया गया, यदि यहां भी चूक होती तो ट्रक धौलपुर होते हुए उत्तर प्रदेश के आगरा में प्रवेश कर जाता. बता दें कि इंदौर के क्वारंटाइन सेंटर से भागे कोरोना संक्रमितों सहित चार जमातियों को गुरुवार रात मुरैना की सरायछोला थाना पुलिस ने पकड़ा था. फरार जमातियों की पहचान अब्दुल सलाम, रईश आलम, तनवीर हमीर हुसैन व मुंशी रफीक के तौर पर की गई. ट्रक के केबिन की छत पर तीन जमाती बैठे थे. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इन्हें स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया. ट्रक के ड्राइवर व क्लीनर को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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