इंदौर: शहर में कोरोना कहर बरपा रहा है. वहीं, स्थानीय महात्मा गांधी मेमोरियल यानि एमजीएम मेडिकल काॅलेज में कोरोना वायरस संक्रमितों के उपचार में प्लाज्मा थेरेपी के सकारात्मक और उत्साहनजक नतीजे सामने आए हैं.
एमजीएम मेडिकल कॉलेज की डीन डॉक्टर ज्योति बिंदल ने बताया कि अब तक जिन मरीजों पर इस थेरेपी को अपनाया गया उनका स्वास्थ्य सुधर रहा है और हालत स्थिर है. डीन के मुताबिक ऐसे मरीजों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और उनके स्वास्थ्य के बारे में आईसीएमआर यानि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद को अपडेट किया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज ने ऐसे लोगाें से प्लाज्मा संग्रहित किया था जो कोरोना महामारी से उबर चुके हैं और उनके शरीर में एंटी बॉडीज विकसित हुआ है. उन्होंने आगे बताया कि इसी तरह का ट्रायल श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में भी किया जा रहा है.
बता दें की कोरानो वायरस के संक्रमण को प्लाज्मा थैरेपी के माध्यम से खत्म करने को लेकर किए जा रहे ट्रायल को प्रदेश में भोपाल के अलावा इंदौर में एमजीएम मेडिकल कॉलेज को अनुमति दे दी गई है. इसके बाद यहां प्रक्रिया शुरू की गई. कल इंदौर के दो अस्पतालों से 59 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया. ये दस वर्ष से लेकर 72 वर्ष आयु वर्ग के थे. अरबिंदो अस्पताल के साथ ही इंडेक्स मेडिकल कॉलेज से ये मरीज कोरोना को मात देकर घर लौटे. वहीं, कोरोना संक्रमण काल में अब तक के सबसे ज्यादा 1988 सैंपलों की जांच रिपोर्ट गुरुवार को जारी की गई. इसमें 54 नए मरीज मिले. यानी संक्रमण दर घटकर 2.7 फीसद पर आ गई. हालांकि मौतों पर अब भी काबू नहीं पाया जा सका है. चार मौतों की पुष्टि हुई.
मध्य प्रदेश में 234 नए कोरोना के मामले मिले, संक्रमितों का आंकड़ा 9000 तक पहुंचा