तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश के तट से टकराने को तैयार चक्रवाती तूफान, उत्पन्न हुए बाढ़ जैसे हालात
तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश के तट से टकराने को तैयार चक्रवाती तूफान, उत्पन्न हुए बाढ़ जैसे हालात
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नई दिल्ली: दिसंबर का महीना आरम्भ हो गया है। दक्षिण प्रदेश में चक्रवाती तूफान तेजी से आगे बढ़ रहा है तथा तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश के तट से टकराने को तैयार है। इससे तेज हवाओं और बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति हैं। वहीं, देश के ऊपरी भागों में बर्फबारी का सिलसिला जारी है। कुछ मैदानी क्षेत्रों में भी बारिश का अलर्ट है। जैसे- मध्य प्रदेश में तेज बारिश एवं ओलों की बौछारों से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। राजस्थान में भी बारिश का येलो अलर्ट जारी है। पंजाब और हरियाणा में भी दो दिन पहले बारिश दस्तक दे चुकी है। इन सबके बीच दिल्ली से कड़ाके की ठंड नदारद है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अगले कुछ महीनों में सर्दियां कम पड़ेंगी यानी न्यूनतम तापमान औसत से अधिक रहेगा। IMD के महानिदेशक डॉ। मृत्युजंय महापात्र ने बताया कि इस बार ठंड कम पड़ेगी। यानी इस वर्ष दिसंबर से लेकर अगले वर्ष फरवरी तक देश के अधिकतर भागों में तापमान सामान्य से ज्यादा रह सकता है। हालांकि, कुछ भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम भी रह सकता है। आपको बता दें कि इस वर्ष के अगस्त, सितंबर और नवंबर महीने 1901 के पश्चात् से अब तक के सबसे गर्म रहे हैं। इस वर्ष दिसंबर से अगले वर्ष फरवरी के बीच, मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रह सकता है। बाकी देश में सामान्य से ऊपर रहने की आशंका है। इन्हीं तीन महीनों में देश के उत्तर, उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व एवं उत्तर-पूर्व भागों में शीतलहर सामान्य से कम होने की संभावना है। इसके कारण प्रशांत महासागर में भूमध्यरेखा के आस-पास एक मजबूत अल-नीनो है। इससे पूरी दुनिया के मौसम में परिवर्तन आ रहा है। इसके कारण मध्य और पूर्वी प्रशांत महासागर के अधिकांस भागों में समुद्री सतह का तापमान यानी सरफेस टेंपरेचर औसत से ऊपर चल रहा है। 

पूरी संभावना है कि सर्दियों में इस बार अल-नीनो का प्रभाव देखने को मिलेगा यानी तापमान बढ़ा रहेगा। प्रशांत महासागर पर अल-नीनो के अतिरिक्त हिंद महासागर एवं अरब सागर के समुद्री सतह का तापमान भी भारत के मौसम और जलवायु पर प्रभाव डालते हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि जिस प्रकार नवंबर बहुत कम सर्दियों में गुजर गया, दिसंबर भी कुछ ऐसा ही रहेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तरी हिमालयी क्षेत्र से एक पश्चिमी विक्षोभ गुजर रहा है। वहीं, बंगाल की खाड़ी में एक डिप्रेशन क्षेत्र बना है, जो समुद्री तूफान में बदलने वाला है। इन दोनों की तरफ से नमी के साथ आ रही हवाएं मध्य भारत में टकरा रही हैं। इससे 5 दिसंबर तक मध्य प्रदेश तथा महाराष्ट्र बारिश का अलर्ट है। तत्पश्चात, 2 सप्ताह दक्षिण भारत को छोड़कर बाकी देश में मौसम साफ रहेगा। इस वजह से उत्तर, पश्चिम से लेकर पूर्व व मध्य भारत तक के प्रदेशों में दिन का तापमान 18 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। यह सामान्य से एक से दो डिग्री अधिक है। 

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