आईसीआईसीआई बैंक घोटाला अब एक और मोड़ पर आ गया है. बैंक की तरफ से 3250 करोड़ का लोन वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमुख वेणुगोपाल धुत को दिए जाने को लेकर बैंक की सीईओ और उनके पति की मुशिकल अब और बढ़ सकती है. वेणुगोपाल धुत, चंदा कोचर और उनके पति को लुकआउट नोटिस जारी किया गया है.
इसी केस के सिलसिले में जांच कर रही सीबीआई ने गुरुवार को चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर से भी लंबी पूछताछ की थी. दीपक कोचर के भाई राजीव की सिंगापुर स्थित इस फाइनेंशियल कंपनी अविस्टा एडवायजरी सवालों के घेरे में है. आरोप है कि इस कंपनी को पिछले छह साल में सात कंपनियों के करीब 1.5 अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा लोन को री-स्ट्रक्चर करने का काम मिला और संयोग से ये सभी कंपनियां आईसीआईसीआई बैंक की भी कर्जदार हैं. ऐसे ही एक सौदे में कर्जदारों का लीड बैंक आईसीआईसीआई है.
लुक आउट नोटिस एक इंटरनल सर्कुलर जैसा होता है, जिसमें जांच एजेंसी को किसी शख्स के बारे में जिस तरह की जानकारी चाहिए होती है उसे उस हिसाब से जारी की जाती है और इसमें उसे रोकने से लेकर गिरफ्तारी तक शामिल है. यह नोटिस सीधे एयरपोर्ट इमीग्रेशन विभाग को भेजा जाता है और उसे देश से बाहर नहीं जाने और उससे संबंधित सूचना देने के लिए निर्देश दिए जाते हैं. गुपचुप तरीके से यह जानकारी दी जाती है जिसका पता उसे खुद न चले.
दीपक कोचर को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा