लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के बीच दवा और वैक्सीन की खोज में पूरी दुनिया के दर्जनों शोध संस्थान लगे हुए हैं. डॉक्टर, शोधकर्ता और वैज्ञानिक लगातार ऐसी डिवाइस बनाने में भी लगे हुए हैं, जो लोगों के लिए सुरक्षाचक्र का काम करे. इसी क्रम में हम आईआईटी के वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई ऐसी कुछ डिवाइस के बारे में बता रहे हैं, जो कोरोना के सुरक्षाचक्र के तौर पर प्रभावकारी हैं.
कोरोना वारियर्स को सलाम करेगी सेना, भोपाल में फ्लाईपास्ट करेगा आर्मी का फाइटर प्लेन
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि आईआईटी बीएचयू में एक ऐसा टॉय कार रोबोट बनाया गया है, जिसकी मदद से हॉस्पिटल, क्वारंटीन सेंटर, हॉस्टल आदि का सेनिटाइजेशन कराया जा सकेगा. इससे सतह को भी संक्रमणमुक्त किया जा सकेगा. इसको बनाने में ऐसे पार्ट्स का प्रयोग किया गया है, जिनका कहीं भी प्रयोग किया जा सकता है.
झारखंड में इस स्थान पर पहुंचा कोटा में फंसे छात्रों का पहला बैच
इस मामले को लेकर आईआईटी के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की टीम में शामिल डॉ. श्याम कमल ने बताया कि यूवीसी लाइट कोरोना को मारने में सक्षम है. ऐसा कई शोध में सामने आया है. उन्होंने बताया कि रोबोट को कमरे के बाहर से ही ऑपरेट किया जा सकता है. प्रमुख बात यह है कि इसका प्रयोग लॉकडाउन के बाद भी किया जा सकेगा. इसमें हमने बकट भी लगाया है, जिससे अन्य फंक्शन को बंद कर लोगों तक दवा या कुछ सामान पहुंचाने के लिए भी इसका प्रयोग किया जा सकता है. इसमें दो मॉड हैं- पहले मॉड को लोगों की उपस्थिति में भी प्रय़ोग किया जा सकेगा और दूसरे मॉड को तभी प्रयोग किया जा सकेगा, जब लोग न हों.
जब खाने के लिए भी नहीं बचा पैसा, तो पैदल घर जा रहे मजदुर ने लगा ली फांसी
जम्मू कश्मीर से बुरी खबर, आतंकियों से मुठभेड़ में मेजर-कर्नल सहित 5 जवान शहीद
नासिक से मजदूरों को लेकर यूपी पहुंची पहली स्पेशल ट्रेन, गृहराज्य पहुंचे 800 श्रमिक