नई दिल्ली: केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ बीते दो सप्ताह से किसानों का आंदोलन जारी है. किन्तु इस बीच इस आंदोलन में उस समय एक कंट्रोवर्सी देखने को मिली, जब भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया और उस कार्यक्रम में उमर खालिद, शरजील इमाम, गौतम नवलखा, सुधा भारद्वाज, वरवरा राव और आनंद तेलतुंबडे जैसे एक्टिविस्ट के पोस्टर दिखाई दिए. ये कार्यक्रम टिकरी बॉर्डर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर आयोजित किया गया था.
उल्लेखनीय है कि इन एक्टिविस्टों के पोस्टर-बैनर के माध्यम से मांग की जा रही थी कि गिरफ्तार किए गए बुद्धिजीवियों और छात्रों को रिहा किया जाए. बता दें कि इनमें से कई लोगों पर संगीन मामलो के तहत केस दर्ज हैं. कुछ तो ऐसे हैं जिन पर UAPA के तहत मामला दर्ज है. जिसमें उमर खालिद और शरजील इमाम का नाम शामिल हैं. वहीं, इस मामले में भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) के लोगों का कहना था कि आज मानवाधिकार दिवस के दिन हम इन लोगों को रिहा किए जाने की मांग कर रहे थे, क्योंकि इन लोगों ने जन और जंगल की लड़ाई लड़ी है. इनको सरकार ने गलत तरीके से फंसाया है, इसलिए हम इन्हे रिहा करने की मांग कर रहे हैं.
हालांकि, यह बताया गया है कि भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) का स्टेज टिकरी बॉर्डर से कुछ किमी की दूरी पर है. उन्हें इस आयोजन की जानकारी नहीं है. वहीं, किसान नेताओं का कहना था, इस खबर से हमें कोई वास्ता नहीं है... हमारी तरफ से ऐसी कोई मांग नहीं की गई है.
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