पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के दो महासचिव सत्यानंद शर्मा और अनिल कुमार पासवान, कोषाध्यक्ष रमेशचंद्र कपूर की अगुवाई में विद्रोह कर रहे इन नेताओं ने गुरुवार को लोजपा (सेक्युलर) बनाने की घोषणा कर दी थी. इन लोगों का आरोप है कि लोजपा ने अमीर और बाहरी प्रत्याशियों को टिकट दिए और पार्टी पर कब्जा बनाए रखने वाले परिवार के हितों को बढ़ाने तक सीमित कर लिया है.
असंतुष्ट नेताओं ने आरोप लगाया कि नेतृत्व ने पार्टी को 'प्राइवेट लिमिटेड कंपनी' में बदल दिया है. बागी नेताओं ने पासवान पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए है. अब इस मामले पर केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान की लोजपा ने प्रतिक्रिया दी है. लोजपा प्रमुख और मोदी सरकार में खाद्य एंव उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, अच्छी बात है, उन्हें जाने दीजिए.
उन्होंने अलग हुए गुट के इस आरोप को सिरे से नकारते हुए दिया कि लोजपा के अंदर भ्रष्टाचार व्याप्त है. पासवान ने कहा कि पार्टी ने चुनाव में शर्मा के लिए अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ किया, किन्तु वे जीत नहीं सके. पासवान ने कहा, "मैं सभी के प्रति बहुत आदर रखता हूं. वह (शर्मा) दो बार हारे. पिछली बार मेरी पार्टी के सभी लोगों ने मुझसे किसी और को टिकट देने को कहा था."
डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर राजयपाल ने ममता को किया फ़ोन, नहीं मिला कोई जवाब
आज नीति आयोग की बैठक का नेतृत्व करेंगे पीएम मोदी, ममता बनर्जी नहीं होंगी शामिल
कांग्रेस पर बरसें नकवी, कहा-आत्मचिंतन के बजाय जनादेश को अपमानित करने की जुगाड़ में