मुंबई: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार ने हाल ही में एक नया फरमान जारी कर दिया है। इस फरमान के जारी होते ही ट्विटर पर लोग भड़क भी गए हैं। जी दरअसल हाल ही में इस फरमान को जारी करते हुए कहा गया है कि, 'सरकारी और कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले कर्मचारी जींस, टी शर्ट या शॉर्ट वगैरह पहनकर दफ्तरों में ना आएं।' केवल इतना ही नहीं बल्कि यह भी कहा गया है कि, 'राज्य सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि कर्मचारी प्रोफेशनल दिखाई दें।'
Maharashtra Government asks State Government employees and contractual staff to not wear jeans or t-shirt in the Secretariat and Government offices; instructs them to wear appropriate formal clothes, to appear professional. pic.twitter.com/BFxi8HIT9F
— ANI (@ANI) December 11, 2020
वैसे अब तक सरकार ने अपने तरफ से दिए इस फैसले की कोई भी ख़ास वजह नहीं बताई है। आप सभी को हम यह भी बता दें कि इस तरह का फैसला सिर्फ महाराष्ट्र की सरकार ने नहीं लिया है। जी दरअसल इससे पहले भी देश के कई राज्यों की सरकारों ने इस तरह का फैसला लिया है। आप सभी को याद हो तो बीते साल ही बिहार की सरकार ने भी कैजुअल न पहनने की बात कही थी। फिलहाल राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश में महिलाओं के लिए साड़ी, सलवार, चूड़ीदार कुर्ता, ट्राउजर पैंट -शर्ट पहनने की बात की गई है। इसी के साथ ही महिलाओं को जरूरत पड़ने पर दुपट्टा उपयोग में लेने तक के लिए कह दिया गया है।
वहीं इसी क्रम में पुरुष शर्ट-पैंट पहन सकते हैं। वैसे इसके पहले राजस्थान में साल 2018 में सूबे की सरकार ने भी ऐसा ही आदेश जारी किया था। उस आदेश में कहा गया था कि दफ्तर में जींस-टीशर्ट पहनकर नहीं आएं। उस दौरान दिए गए आदेश को श्रम विभाग के कमिश्वर द्वारा जारी की गई अधिसूचना में कहा गया था। इसके अलावा तमिलनाडु सरकार ने भी अपने कर्मचारियों के पोशाक को लेकर आदेश जारी किया था जिसमे कहा गया था कि कर्मचारियों से भारतीय और तमिल संस्कृति मिलते जुलते कपड़े पहनकर आएं।
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