कैसे काम करेगी, कितनी कीमत होगी ? जानिए देश की पहली नेजल वैक्सीन के बारे में सबकुछ
कैसे काम करेगी, कितनी कीमत होगी ? जानिए देश की पहली नेजल वैक्सीन के बारे में सबकुछ
Share:

नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए देश की पहली इंट्रानेजल वैक्सीन (Intranasal vaccine), के लिए केंद्र सरकार ने अब कीमतें निर्धारित कर दी हैं। यह वैक्सीन बाजू पर इंजेक्शन के रूप में दी जाने की जगह नाक से दी जा सकती है। हालांकि, अभी तक इसके सिर्फ इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी गई थी। पर अब इसे 18 वर्ष और इससे ज्यादा आयु के किसी भी व्यक्ति पर इस्तेमाल करने की हरी झंडी भी दी जा चुकी है।

यह वैक्सीन लोगों के लिए हेटेरोलॉगोस बूस्टर खुराक के तौर पर उपलब्ध होगी। जिन लोगों ने कोविशिल्ड और कोवाक्सिन ले लिया है, वे अब भारत बायोटेक द्वारा विकसित नेजल वैक्सीन को बूस्टर खुराक के रूप में ले सकते हैं। जिसकी कीमत निजी अस्पताल में 800 रुपये प्रति खुराक और सरकारी होस्पिटल में 325 रुपये निर्धारित की गई है। बता दें कि, नेजल वैक्सीन – BBV154, या iNCOVACC – को नवंबर में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की स्वीकृति मिल चुकी है। यह टीका नाक से दिया जाता है। जो म्यूकोसल मेम्ब्रेन में इम्यून रिस्पांस को ट्रिगर करता है। कंपनी ने बताया है कि, 'एक इंट्रानेजल वैक्सीन होने के नाते, BBV154 upper respiratory tract में लोकल एंटीबॉडी बना सकता है, जो संक्रमण और ट्रांसमिशन को कम करने में सक्षम है।'

सुईं रहित यह टीका प्राइवेट केंद्रों पर उपलब्ध होगा तथा इसे Co-WIN प्लेटफॉर्म पर भी लाया गया है। वैक्सीन को भारत बायोटेक ने वाशिंगटन यूनिवर्सिटी-सेंट लुइस से लाइसेंस प्राप्त तकनीक के साथ डेवलप किया है। कंपनी ने भारत में 14 साइटों पर करीब 3,100 प्रतिभागियों के तीसरे चरण के परीक्षण में अपनी कोवाक्सिन की तुलना में वैक्सीन को “सुरक्षित और इम्युनोजेनिक” पाया। कंपनी ने 875 प्रतिभागियों के साथ एक परीक्षण भी किया है, यह देखने के लिए कि क्या वैक्सीन का इस्तेमाल उन लोगों में बूस्टर के तौर पर किया जा सकता है, जिन्होंने अपने पहले टीके के रूप में Covaxin या Covishield ली है।

भारत बायोटेक के मुताबिक, वायरस सामान्य रूप से नाक के जरिए आपके शरीर में प्रवेश करता है। नेजल वैक्सीन (nasal vaccine) आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आपके रक्त में और आपकी नाक में प्रोटीन बनाता है। जो आपको वायरस से लड़ने में सहायता करता है। डॉक्टर बिना सुईं वाली छोटी सीरिंज से आपकी नाक में वैक्सीन का छिड़काव करेंगे। इसे काम शुरू करने में सामान्य तौर पर करीब दो हफ्ते लगते हैं। उसके बाद यह संक्रमणाें से मुकाबला करने के लिए तैयार हो जाती है।

इस साल भी गणतंत्र दिवस पर नहीं दिखेगी बिहार की झांकी, केंद्र को नहीं आई पसंद

रामपुर में सपा का किला ढहाने वाले भाजपा MLA आकाश सक्सेना को मिला आज़म का बंगला

कोयंबटूर ब्लास्ट केस में इस्लामिक स्टेट का आतंकी शेख हिदायतुल्ला गिरफ्तार, श्रीलंका में भी किया था धमाका

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -