नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज यानी शुक्रवार को हैदराबाद मुक्ति दिवस के मौके पर तेलंगाना और मराठवाड़ा क्षेत्र के लोगों को बधाई दी। जी दरअसल गृह मंत्री ने एक बयान में कहा, 'देश हमेशा उन लोगों का ऋणी रहेगा जिन्होंने देश की एकता के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।' इसी के साथ आज यानी शुक्रवार को अमित शाह तेलंगाना का दौरा करेंगे और ‘मुक्ति दिवस’ के मौके पर निर्मल जिले में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। आप देख सकते हैं उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर हैदराबाद मुक्ति दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कैप्शन में लिखा है, “हैदराबाद मुक्ति दिवस पर तेलंगाना और मराठवाड़ा क्षेत्र के लोगों को बधाई। इस ऐतिहासिक दिन पर मैं उन बहादुर शहीदों को नमन करता हूं जिन्होंने रजाकारों और निजामों की क्रूरता के खिलाफ लड़ाई लड़ी। राष्ट्र हमेशा उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए ऋणी रहेगा।”
Greetings to the people of Telangana and the Marathwada region on #HyderabadLiberationDay।
— Amit Shah (@AmitShah) September 17, 2021
On this historic day, I bow to the brave martyrs who fought against the cruelties of Razakars and Nizams।
Nation will always remain indebted for their supreme sacrifices। pic।twitter।com/zy4LJDGlKf
आप देख सकते हैं उन्होंने अपने ट्वीट के साथ सरदार पटेल की एक तस्वीर भी पोस्ट की। आप सभी को बता दें कि 17 सितंबर, 1948 को तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की सैन्य कार्रवाई के बाद तत्कालीन हैदराबाद राज्य का भारतीय संघ में विलय कर दिया गया था। अब आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तेलंगाना के निर्मल शहर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। बताया जा रहा इस सभा का आयोजन भारतीय जनता पार्टी द्वारा ‘तेलंगाना मुक्ति दिवस’ के अवसर पर किया जा रहा है। आप सभी को बता दें कि बीजेपी ने हाल ही में कहा, 'निजाम और रजाकारों के विरूद्ध लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद में यह बैठक हो रही है।'
आप सभी जानते ही होंगे कि निर्मल शहर अंग्रेजों और निजाम से लड़ते हुए एक हजार लोगों की शहादत का गवाह रहा है। जी दरअसल देश को 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता मिली, किंतु हैदराबाद की तत्कालीन रियासत (निजाम शासन के अंतर्गत) का 17 सितंबर, 1948 को भारतीय संघ में विलय हुआ था। वहीं भारतीय जनता पार्टी कई सालों से मांग कर रही है कि इस दिन को आधिकारिक तौर पर ‘तेलंगाना मुक्ति दिवस’ के रूप में मनाया जाए, ऐसे में इस बैठक में इस दिन को आधिकारिक रूप से मनाने की भाजपा की मांग को उठाने की उम्मीद है।
देश के 5 राज्यों में बुखार का कहर, कई लोगों ने गँवाई जान
2022 में 26 जनवरी परेड की मेजबानी करेगा सेंट्रल विस्टा- हरदीप पुरी