नए विदेश सचिव डॉ. हर्षवर्धन श्रृंगला ने अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है. उन्हे विदेश सचिव के पद पर आसिन किया गया है. उनसे पहले विजय गोखले इस पद पर विराजमान थे. अब श्रृंगला अगले दो साल के लिए विदेश सचिव का कार्यभार संभालेंगे. बता दें कि वो अमेरिका में भारत के राजदूत का पद भी संभाल चुके हैं. उनकी नियुक्ति इस उच्च स्तरीय पद पर ऐस समय में हुई है जब देश विदेश नीति की चुनौतियों का सामना कर रहा है. इसके अलावा भारत नागरिकता संशोधन कानून को लेकर इस वक्त कई देशों से आलोचना का सामना कर रहा है. इसके अलावा भारत को तेजी से मुखर ट्रंप प्रशासन और क्षेत्र में अपने सैन्य और आर्थिक प्रभाव का विस्तार करने के चीन के प्रयास का सामना कर रहा है.
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अपने बयान में हर्षवर्धन ने कहा कि मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं. मैं ये आश्वासन देता हूं कि अपना काम पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ करूंगा. मेरे वरिष्ठ साथियों ने जो मानक सैट किए हैं उन पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि श्रृंगला 1984 बैच के आइएफएस अधिकारी हैं. उन्होंने कहा कि मैं इस बात को लेकर साफ हुं कि विदेशी सेवा एक सार्वजनिक सेवा है. इसकी हर कोशिश इसकी सुरक्षा के रूप में राष्ट्र के प्रति योगदान के लिए समर्पित होनी चाहिए. मैं मंत्रालय की भूमिका के लिए प्रतिबद्ध हुं जब मैंने 36 साल पहले एक पेशेवर को तौर पर इन पोर्टल्स में प्रवेश लिया था उन्होंने आगे कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बाहरी मामलों के मंत्री एस जयशंकर और अन्य राजनीतिक नेतृत्व एवं मंत्रालय के बाहरी और आंतरिक सहयोगियों के साथ आगे काम करना चाहता हुं.
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