रायपुर: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की बघेल सरकार के नए मंत्रियों ने पद की शपथ ग्रहण कर ली है. राज्य में 90 विधानसभा सीटों में में से 68 सीटें जीतकर सत्ता में आई कांग्रेस ने आज अपना कैबिनेट भी गठित कर लिया है. राज्य में सरकार के नियमों के मुताबिक मंत्रियों की अधिकतम संख्या मुख्यमंत्री सहित 13 होनी चाहिए. पहले चरण में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ दो अन्य मंत्रियों टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू ने शपथ ग्रहण की थी.
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आज मंगलवार को 9 अन्य मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की. हालांकि कैबिनेट में एक मंत्री का पद अभी है. मंत्रियों के शपथ ग्रहण के साथ ही कांग्रेस के कई वरिष्ठ विधायकों में असंतोष भी साफ़ दिखाई दिया. कई दिग्गज विधायक ही मंत्री पद की दौड़ में शामिल थे, लेकिन वे मंत्री नहीं बन सके. इनके समर्थकों ने भी भारी विरोश जताया औ शपथ ग्रहण स्थल पर जमकर नारेबाजी भी की. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री के साथ ही पूर्व पीसीसी अध्यक्ष धनेंद्र साहू को भूपेश के मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिल पाया है. इस बात से वे काफी खफा दिख रहे हैं.
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धनेन्द्र साहू ने साफ़ -साफ़ कहा है कि नई सरकार में कई दिग्गज नेताओं को नज़रअंदाज किया गया है, उन्हें मंत्री पद के लायक ही नहीं समझा गया है. धनेन्द्र ने कहा कि वे अब पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता और अपने क्षेत्र के विधायक के तौर पर जनता के लिए कार्य करते रहेंगे. धनेंद्र साहू के समर्थक भी अपने नेता को मंत्री ना बनाए जाने से नेहड़ आक्रोशित हैं. धनेंद्र साहू कांग्रेस की पूर्व सरकारों में मंत्री पद पर रह चुके हैं, वे विभाजन से पहले मध्यप्रदेश में भी मंत्री रहे थे, ऐसे में उन्हें पूरी उम्मीद थी कि वे मंत्रीमंडल में जरूर शामिल किए जाएंगे.
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