पटना: भारतीय सेना में अल्पकालिक भर्ती के लिए 'अग्निपथ' योजना के खिलाफ बिहार में रविवार को हिंसक विरोध प्रदर्शन की घटनाओं में कमी देखी गई है। उपद्रवियों पर पुलिस की कार्रवाई जारी रही और सुरक्षा चिंताओं के मद्देनज़र ट्रेन सेवाएं प्रभावित रहीं। पुलिस हेडक्वार्टर द्वारा जारी किए गए एक बयान के मुताबिक, सूबे में बड़े स्तर पर भड़की हिंसा और आगजनी के सिलसिले में अब तक कुल मिलाकर 804 लोगों को अरेस्ट किया गया है।
विरोध प्रदर्शनों के संबंध में दर्ज की गई FIR की संख्या 145 है और असामाजिक गतिविधियों में शामिल होने या संलिप्त होने के संदेह वाले लोगों का पता लगाने का अभियान जारी रहा। पुलिस हेडक्वार्टर की विज्ञप्ति में कहा गया है कि सूबे के 38 में से 17 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और कुछ स्थानों पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती जारी है।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने जानकारी दी है कि दोपहर में सीएम नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और पुलिस महानिदेशक (DGP) एस। के। सिंघल को अपने आवास पर बुलाया है। पूर्व मध्य रेलवे क्षेत्र (ECR) के माध्यम से संचालित होने वाली लंबी दूरी की रेलगाड़ियों की आवाजाही को 'एहतियाती कदम' के रूप में सुबह चार बजे से स्थगित कर दिया गया है और यह रात में फिर से आरंभ होगी।
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