पुणे : आमरण अनशन पर बैठे अन्ना हजारे ने रविवार को चेतावनी दी कि यदि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए तो वह अपना पद्म भूषण सम्मान सरकार को लौटा देंगे। अन्ना अपने गांव रालेगण सिद्धि में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं, जिसे रविवार को 5 दिन पूरे हो गए।
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मोदी ने तोड़ा विश्वास
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को एनडीए गठबंधन में भाजपा के साथी दल शिव सेना ने अन्ना हजारे की मांगों का समर्थन करने की घोषणा की। शिवसेना ने अन्ना से समाजवादी नेता का अनुसरण करते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व संभालने की अपील की। अन्ना हजारे ने अहमदनगर जिले में स्थित अपने पैतृक गांव रालेगण सिद्धि में बुधवार को भूख हड़तार शुरू की थी। अन्ना हजारे ने कहा कि मोदी सरकार ने लोगों का विश्वास तोड़ा है।
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सम्मान लौटाएंगे अन्ना हजारे
जानकारी के लिए बता दें अन्ना ने अगले कुछ दिन में अपनी मांगें नहीं मानने पर देश का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण लौटा देने की चेतावनी दी है.अन्ना की स्वास्थ्य जांच करने के बाद बताया जा रहा है कि खाना नहीं खाने के कारण उनका 4 किलोग्राम वजन कम हो चुका है. वही अन्ना की मांगों के समर्थन में ग्रामीणों ने अहमदनगर-पुणे हाईवे पर जाम लगा दिया।
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