नई दिल्ली : हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की घड़ी नज़दीक आती जा रही है. राज्य का राजनीतिक तापमान हर दिन बढ़ता जा रहा है . इसमें अर्की विधान सभा सीट पर सबकी नजरें टिकीं हुई है , क्योंकि इस सीट से मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. वीरभद्र सिंह ने अर्की से नामांकन दाखिल कर भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं.
उल्लेखनीय है कि चुनावों में अब तक अपराजेय रहे 83 वर्षीय सीएम वीरभद्रसिंह का नाम आठ बार विधायक, छह बार मुख्यमंत्री, पांच बार लोकसभा सांसद और 50 साल से कोई चुनाव नहीं हारने वाले नेता के लिए जाना जाता है .वीरभद्र सिंह का यह इतिहास भी रहा है कि जब-जब उन्होंने अपनी सीट छोड़कर नई सीट से चुनाव लड़ा है, वहां उन्होंने जीत दर्ज की है .जबकि दूसरी ओर अर्की विधानसभा पर एक दशक से काबिज भाजपा ने मौजूदा विधायक गोविंद राम शर्मा को हटा कर रत्न पाल सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है.
बता दें कि अभी तक हुए नौ विधानसभा चुनाव में चार बार कांग्रेस और चार बार भाजपा को यह सीट मिली, जबकि एक बार यह सीट जनता पार्टी ने जीती थी. ऐसे में इस सीट का मुकाबला बहुत रोचक हो गया है .देखना यह है कि अर्की विधानसभा के 84,834 मतदाता किसकी झोली में जीत डालते हैं,
यह भी देखें
हिमाचल में बुजुर्ग नेतृत्व के हवाले विधानसभा चुनाव