लखनऊ : संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में शुक्रवार रात को भीड़ की वजह से सीता की दम घुटने से मौत हो गई। वहां पिता और अन्य भाई-बहनों के साथ बांदा से दिल्ली जा रही थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भेजा है। बांदा निवासी रामप्रकाश अहिरवार परिवार के साथ दिल्ली में मजदूरी करते हैं। शुक्रवार रात वह अपनी बेटी सीता और अन्य बच्चों के साथ यूपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में बांदा से हज़रत निज़ामुद्दीन जा रहे थे।
देश में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
इस तरह हुआ हादसा
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रेन में काफी भीड़ थी। वह बेटी और अन्य बच्चों के साथ किसी तरह जनरल कोच में सवार हो गए। कोच में प्रवेश करने के बाद अचानक सीता की हालत बिगड़ने लगी। उसने कई बार पिता से भी उतरने को कहा, लेकिन कामयाब नहीं हो सके। इस बीच बांदा से निकलने के बाद ट्रेन महोबा व मऊरानीपुर स्टेशन पर भी रुकी लेकिन भीड़ की वजह से उतर नहीं सके।
सोलन के जंगलों में भीषण आग, लाखों की वन संपदा राख
इस कारण हुई थी बेहोश
इसी के साथ ट्रेन निवाड़ी व बरूआसागर स्टेशन के बीच अचानक दम घुटने से सीता बेहोश हो गई। ट्रेन के झांसी पहुंचने पर कड़ी मशक्कत के बाद पिता ने उसे कोच से नीचे उतारकर रेलकर्मियों के सहयोग से डिप्टी एसएस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही एंबुलेंस बुलाकर उपचार के लिए सीता को रेलवे हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जीआरपी प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि मृतका बीमार थी। संभवत : भीड़ ज्यादा होने की वजह से वह सांस नहीं ले सकी और बेहोश हो गई। इसके बाद उसकी मौत हो गई। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही सामने आएगा।
भेड़-बकरियों को कुचल हुआ निकल गया पिकअप, बाल-बाल बचे राहगीर
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर खड़े ट्रक जा घुसी एंबुलेंस, शव लेकर जा रहे युवक की मौत
उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग ने लिया विकराल रूप