जयपुर: पानी की किल्लत का प्रभाव अब आम जनता से लेकर राजनेताओं तक पर पड़ने लगा है. बीसलपुर बांध में पानी की कमी के कारण अब तक शहरवासी पेयजल की समस्या से जूझ रहे थे, किन्तु अब सरकारी तंत्र पर भी पानी की कमी का प्रभाव देखा जा रहा है. पानी की कमी के मद्देनज़र अब पीएचईडी ने सिविल लाइन के वीवीआईपी बंगलों की पेयजल आपूर्ति में भी कटौती करना आरंभ कर दिया है.
यानि अब मुख्यमंत्री आवास, गवर्नर, पूर्व सीएम के साथ तमाम मंत्रियों के बंगले में भी पानी की कटौती की जा रही है. राजस्थान के में पहली बार मुख्यमंत्री आवास, राजभवन और सूबे के पूर्व सीएम के बंगलों में पानी की कटौती की जा रही है. पानी की कमी के मद्देनज़र सीएम अशोक गहलोत की स्वीकृति के बाद जलदाय विभाग ने ये निर्णय लिया है. जिसमें सभी मंत्रियों के सरकारी बंगले में भी पानी की कटौती की जा रही है.
इन वीवीआईपी आवासों में गत 52 वर्षों से 24 घंटे पानी की सप्लाई की जा रही थी, किन्तु बीलसपुर बांध में पानी की कम आवक के कारण शहर में पानी की समस्या होने लगी, जिसके बाद अब इन विशेष आवासों में रात में पेयजल आपूर्ति में कटौती करके 24 घंटे के स्थान पर केवल 16 घंटे ही आपूर्ति की जा रही है. जलदाय विभाग के एडिशनल चीफ इंजीनियर देवराज सोलंकी ने कहा है कि बीसलपुर बांध में मात्र 15 प्रतिशत पानी ही बचा है. ऐसे में पानी की दिक्कत को लेकर ये निर्णय लिया गया है.
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