नई दिल्ली: अरबपति एलन मस्क ने कनाडा में जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व वाली सरकार पर कटाक्ष करते हुए उस पर देश में "स्वतंत्र भाषण को कुचलने" का आरोप लगाया है। रिपोर्ट के अनुसार, मस्क की यह टिप्पणी कनाडा सरकार द्वारा ऑनलाइन स्ट्रीमिंग सेवाओं के लिए "नियामक नियंत्रण" के लिए सरकार के साथ औपचारिक रूप से पंजीकरण करना अनिवार्य करने के बाद आई है।
मस्क पत्रकार और लेखक ग्लेन ग्रीनवाल्ड की एक पोस्ट का जवाब दे रहे थे, जो फैसले पर टिप्पणी कर रहे थे। ग्रीनवाल्ड ने एक्स पर पोस्ट किया कि, "दुनिया की सबसे दमनकारी ऑनलाइन सेंसरशिप योजनाओं में से एक से लैस कनाडाई सरकार ने घोषणा की है कि पॉडकास्ट की पेशकश करने वाली सभी ऑनलाइन स्ट्रीमिंग सेवाओं को नियामक नियंत्रण की अनुमति देने के लिए औपचारिक रूप से सरकार के साथ पंजीकृत होना होगा।" इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मस्क ने एक्स पर लिखा कि, ''ट्रूडो कनाडा में अभिव्यक्ति की आजादी को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं। शर्मनाक।”
Trudeau is trying to crush free speech in Canada. Shameful. https://t.co/oHFFvyBGxu
— Elon Musk (@elonmusk) October 1, 2023
बता दें कि, यह पहली दफा नहीं है कि ट्रूडो सरकार पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ काम करने का आरोप लगा है। पिछले साल फरवरी में, कनाडाई सरकार ने, देश के इतिहास में पहली बार, ट्रक ड्राइवरों के विरोध के जवाब में आपातकालीन शक्तियां लागू कीं, जो उस समय वैक्सीन जनादेश का विरोध कर रहे थे। ट्रूडो पर मस्क का प्रहार कनाडा की धरती पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाने के कुछ दिनों बाद आया, जिससे एक पूर्ण राजनयिक विवाद शुरू हो गया।
निज्जर, जिसे भारत ने 2020 में एक आतंकवादी घोषित किया था, की जून में कनाडाई प्रांत ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। ओटावा ने निज्जर की हत्या के बारे में अपने दावे के समर्थन में अभी तक कोई सबूत नहीं दिया है। भारत ने कनाडा द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उन्हें "बेतुका" और "प्रेरित" बताया। इसने कनाडाई लोगों के लिए वीज़ा सेवाओं को निलंबित कर दिया और इस मामले पर ओटावा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित करने के जवाब में एक कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया।
भारत ने कहा है कि कनाडाई सरकार के आरोप "राजनीतिक रूप से प्रेरित" लगते हैं और आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने के लिए उसकी आलोचना की। नई दिल्ली ने ओटावा से कनाडा की धरती पर सक्रिय आतंकवादियों और चरमपंथी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "हम चाहते हैं कि कनाडाई सरकार आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह न दे और जो लोग आतंकवाद के आरोपों का सामना कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करें या उन्हें आरोपों का सामना करने के लिए यहां भेजें।"
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