इस्लामाबाद: 1947 में भारत से अलग होकर इस्लामी मुल्क बना पाकिस्तान दिनों-दिन और अधिक कट्टरपंथी होता जा रहा है। अब पड़ोसी मुल्क के उच्च शिक्षा आयोग ने स्कूल-कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में होली समारोह मनाने और खेलने पर पाबन्दी लगा दी है। शिक्षा आयोग ने यह आदेश 12 जून की एक घटना के बाद जारी किया है। जब कायद-ए-आजम यूनिवसिर्टी के स्टूडेंट्स ने विश्विद्यालय परिसर में होली मनाई। इसके फोटो और वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुए थे। शिक्षा आयोग ने नोटिस में कहा है कि होली सेलिब्रेशन जैसी घटनाएं इस्लामी मुल्क के सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्यों से पूरी तरह से अलग हैं। ऐसी गतिविधियां पाकिस्तान की इस्लामी पहचान को नुकसान पहुंचाती हैं।
Holi celebrations in Quaid-I-Azam University Islamabad Pakistan ????
— QAU News (@NewsQau) June 13, 2023
Biggest holi celebration in Pakistan ???? pic.twitter.com/xdBXwYEglt
शिक्षा आयोग ने कहा कि, आयोग पर उच्च शिक्षा क्षेत्र में सुधार करने की जिम्मेदारी तो है ही, साथ ही पाकिस्तान की संस्कृति और परंपराओं को बरक़रार रखना भी आवश्यक है। हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और उनके महत्व को स्वीकार करते हैं, मगर धर्म को लेकर मिली यह आजादी एक हद तक ही सही है। आयोग ने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को ऐसी गतिविधियों में हिस्सा लेने से परहेज करने की नसीहत दी है, जो सीधे तौर से देश की इस्लामी पहचान के उलट हैं। होली के इस कार्यक्रम का आयोजन यूनिवर्सिटी के एक गैर-सियासी सांस्कृतिक संगठन मेहरान स्टूडेंट्स काउंसिल द्वारा किया गया था।
बता दें कि, पाकिस्तान में होली पर रोक को लेकर यह पहली घटना नहीं है। पाकिस्तान की पंजाब यूनिवर्सिटी में 6 मार्च को होली खेल रहे कुछ हिन्दू छात्रों पर कट्टरपंथियों ने हमला कर दिया था। कट्टर इस्लामिक छात्र संगठन इस्लामी जमीयत तुलबा (IJT) के सदस्यों ने हिन्दू छात्रों को मारा-पीटा था, जिसमें 15 छात्र जख्मी हो गए थे।
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