जयपुर: जयपुर बम धमाके के दोषी चार आतंकियों को फांसी की सजा सुनाने वाले सेवानिवृत्त न्यायाधीश अजय कुमार शर्मा ने राजस्थान के DGP को पत्र लिखते हुए कहा है कि उनकी जान को खतरा है. न्यायाधीश अजय कुमार शर्मा ने अपनी और परिवार की सुरक्षा के लिए राजस्थान के डीजीपी से सुरक्षा व्यवस्था करने के लिए कहा है.
उल्लेखनीय है कि, जयपुर में 13 मई 1998 को सीरियल धमाके हुए थे, जिसके आरोपियों को न्यायाधीश अजय कुमार शर्मा ने फांसी की सजा दी थी. राजस्थान के डीजीपी भूपेंद्र सिंह को पत्र लिखते हुए न्यायाधीश अजय कुमार शर्मा ने कहा है कि आईबी की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके और उनके स्वजनों से आतंकी कभी भी बदला ले सकते हैं. पुलिस लाइन के अधिकारी ने कहा है कि अगर उनकी सुरक्षा हटाई जा रही है तो उसे कायम रखा जाए.
अपने पत्र में न्यायाधीश अजय शर्मा ने कहा है कि घर के बाहर संदिग्ध लोग बाइक से चक्कर काटते हैं और घर के बाहर खाली शराब की बोतलें फेंक कर फरार हो जाते हैं. कई बार घर के बाहर खड़े होकर घर की तस्वीरें भी खींचते हैं. न्यायाधीश ने कहा है कि इसी प्रकार से नीलकंठ गंजू ने आतंकी मकबूल भट्ट को 1984 में मौत की सजा दी थी। जिसके बाद 2 अक्टूबर 1989 को जज गंजू का क़त्ल कर दिया गया था.
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