देहरादून : प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में फरवरी अंत में हुई बर्फबारी और बारिश बागवानी-कृषि फसलों के लिए लाभकारी मानी जा रही है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि मार्च में तापमान कम रहने के कारण कृषि फसलों की पैदावार में कोई विपरीत असर नहीं पड़ेगा। इतना जरूर है कि तापमान कम रहने से कृषि फसलों के तैयार होने में थोड़ा विलंब होगा।
आज ‘नमो एप’ के जरिये लाखों कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करेंगे पीएम मोदी
फसलों के लिए शुभ संकेत
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बागवानी विशेषज्ञ ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में फरवरी अंत में हो रहे ताजा हिमपात और बारिश बागवानी फसलों के लिए शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि सेब के पेड़ों में अमूमन 10 अप्रैल के बाद से 15 मई तक फूल आते हैं। इस दौरान सेेब के पेड़ों में फ्लावरिंग आए तो सेब की सेटिंग भी अच्छी रहती है। इसके अलावा बर्फबारी और बारिश खुमानी, प्लम, नाशपाती और चेरी के लिए भी अच्छी रहती है।
अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने UN सुरक्षा परिषद में दिया प्रस्ताव, आतंकी मसूद अज़हर पर लगाओ बैन
कई फसलों को मिलेगा फायदा
जानकारी के अनुसार इन दिनों बादाम के पेड़ों में फ्लावरिंग आने का समय भी है और तापमान कम रहता है तो इससे फसल की पैदावार में ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। इतना जरूर है कि फसल फूलों के बाद फलों की सेटिंग में थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है। राज्य के कृषि निदेशक ने कहा कि बारिश और बर्फबारी कृषि फसलों के लिए अच्छी है। इन दिनों गेहूं और मटर की फसलें खेतों में उगाई हैं। उनका कहना है कि तापमान कम होने से कृषि फसलें थोड़ी देर से तैयार होंगी।
आज बिलासपुर दौरे पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कार्यकर्ता सम्मेलन में होंगे शामिल
भारत रत्न होने के बावजूद भी इतने साधारण थे राजेंद्र प्रसाद
रुद्रप्रयाग में अल सुबह दर्दनाक सड़क हादसे में तीन लोगों ने गवाई जान