झालावाड़: राजस्थान स्थित मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व क्षेत्र के झालावाड़ जिले के गागरोन वन रेंज के अंतर्गत आने वाले मशालपुरा गांव के ग्रामीण इन दिनों खौफ के साए में जी रहे हैं। इसकी वजह यह है कि मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में छोड़े गए बाघ बाघिनों में से एक जोड़ा मशालपुरा गांव के पास ही चहलकदमी कर रहा है। जिसके चलते ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया है।
ग्रामीण ना तो अपने खेतों में जा पा रहे हैं और ना ही अपने जानवरों की सुरक्षा कर पा रहे हैं। स्थिति यहां तक आ पहुंची है कि ग्रामीणों को अब अपनी जान का भी डर सता रहा है। वहीं अब तक सरकार मशालपुरा समेत क्षेत्र के दूसरे गांवों के ग्रामीणों का न तो विस्थापन कर सकी है और ना ही उनकी सुरक्षा के लिए तार फेंसिंग या अन्य कोई कदम उठाए गए हैं। इन्हीं समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर सोमवार को ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया ।
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व क्षेत्र के झालावाड़ जिले के मशालपुरा इलाके के ग्रामवासियों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा है कि बाघ गांव से मवेशी उठाकर ले जा रहे हैं। शाम ढलते ही पूरे क्षेत्र में सन्नाटा छा जाता है और ग्रामीण अपने घरों में कैद होने को विवश हो जाते हैं। आपको बता दें कि मुकुंदरा टाइगर रिजर्व के एमटी 3 और एमटी 4 बाघों ने मशालपुरा इलाके के पास अपनी टेरेटरी बना रखी है।
NRC पर केंद्र और असम सरकार को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस, इन मुद्दों पर माँगा जवाब
National Herald Case: सोनिया और राहुल पर मुकदमा दर्ज, 17 मार्च को होगी सुनवाई
सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे सोने के दाम, अब 41000 रुपए में भी नहीं मिलेगा 10 ग्राम