राजस्थान में कथित तौर पर सीएम गहलोत सरकार को गिराने की प्रयासों के केस में पड़ताल तेज हो गई है. इस मामले को लेकर राजस्थान के डीजीपी भूपेंद्र यादव ने हरियाणा और दिल्ली पुलिस को खत लिखा है. जिसमें उन्होने एमएलए की खरीद-फरोख्त केस की जांच में सहयोग करने की गुजारिश की गई है. दरअसल, आरोपी एमएलए हरियाणा या फिर राजधानी में ठहरे हुए हैं.
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विदित हो कि एमएलए की खरीद-फरोख्त से जुड़े 2 ऑडियो क्लिप धमाल मचा रहे थे. कांग्रेस का आरोप था, कि इस ऑडियो क्लिप में कांग्रेस के बागी एमएलए भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह, भाजपा नेता संजय जैन और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की वॉइस थी. बातचीत में एमएलए की खरीद-फरोख्त की डील की जा रही थी.
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इसके अलावा ऑडियो क्लिप के सामने आने के बाद गहलोत सरकार ने पूरे केस की पड़ताल प्रारंभ कर दी है. इस सिलसिले में पुलिस टीम कांग्रेस से निष्कासित एमएलए भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह का वॉयस सैंपल लेने के लिए हरियाणा के मानेसर में पहुंची थी. किन्तु उन्हें एमएलए से मिलने नहीं दिया गया. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भी वॉयस सैंपल टेस्ट के लिए समन जारी किया है. अब राजस्थान के डीजीपी ने हरियाणा और राजधानी पुलिस को पत्र लिखकर पूरे केस की जांच में मदद करने की बात कही है. कयास लगाए रहा है कि जल्द ही राजस्थान की जांच टीम एमएलए और केंद्रीय मंत्री का वॉयस सैंपल लेने का प्रयास करेगी. ताकि जल्द से जल्द मामले का निपटारा किया जा सके.
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