मुक्तरसाहिब : पिछली अकाली सरकार ने वर्ष 2011 में गरीब व जरूरतमंदों की मदद के लिए राज्य भर के 22 जिलों में 108 एम्बुलेंस उपलब्ध करवाकर इन्हें विभिन्न सरकारी अस्पतालों के साथ जोड़ा गया था. लेकिन अब इस आपातकालीन सुविधा की व्यवस्था बिगड़ गई है. एम्बुलेंस में न तो जरुरी उपकरण है और न दवाइयां.
इस बारे में एसो. पंजाब जिला श्री मुक्तसर साहिब के उपाध्यक्ष सुरिन्द्रजीत सिंह ने बताया कि न तो इन 108 एम्बुलेंस ऐसी और पंखे भी बंद है . समय पर मरम्मत भी नहीं हो रही है .एम्बुलैसों में लगे कुछ उपकरण ही चालू है , बाकी बंद पड़े हैं.एम्बुलैस के चालक का कहना है कि 100 में से 90 उपकरण खराब है.ये एम्बुलैंसें 8 वर्ष पुरानी हैं .कुछ तो ज्यादा ही खराब हो गई है.अव्यवस्था का आलम यह है कि कहीं टायर खराब हैं तो कहीं इन्वर्टर बंद है.
उल्लेखनीय है कि इन 108 एम्बुलैंसों को एक प्राइवेट कंपनी चला रही है जबकि इन एम्बुलैंसों को पंजाब सरकार द्वारा चलाया जाना चाहिए.कर्मचारी अस्थायी ही मात्र 8 हजार रुपए वेतन पर रखे हुए है. इन्हें वेतन भी समय पर नहीं मिलता.गत 11 मई को सारे पंजाब में 2 घंटे एम्बुलैंसों द्वारा चक्का जाम किया गया उसके बाद ही वेतन का भुगतान किया गया.सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए लोगों और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल भेजने वाली यह एम्बुलेंस सेवा इन दिनों सवालों के घेरे में है.
यह भी देखें
शाहकोट उपचुनाव में लगेंगी वीवीपैट मशीन
पंजाब सरकार ने भगत सिंह को शहीद का दर्जा देने से मना किया