नई दिल्ली: केंद्र द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान बीते नौ दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. वे लगातार दिल्ली से सटी सरहदों प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच किसान आंदोलन के खिलाफ शीर्ष अदालत में याचिका दाखिल की गई है और इसे हटाने की मांग की गई है. सुप्रीम कोर्ट में याचिका ऋषभ शर्मा ने दाखिल की.
याचिका में कहा कि किसानों के इतनी बड़ी तादाद में जमा होने से कोरोना के सामुदायिक संक्रमण का खतरा बढ़ गया है इसलिए इनको फ़ौरन हटाया जाना चाहिए. प्रदर्शनकारी किसानों ने रोड बंद कर दिया है जिससे एमरजेंसी व मेडिकल सर्विस भी बाधित हुई है. याचिका में कहा कि दिल्ली में बड़े सरकारी अस्पताल में उपचार कराने के लिए लोग राजधानी दिल्ली आते हैं. उन्हें भारी समस्या उठानी पड़ रही है. 26 नवंबर को दिल्ली पुलिस ने किसानो को शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए बुराड़ी निरंकारी मैदान में प्रदर्शन की अनुमति दी थी, जिसको किसानों ने नहीं माना था.
आपको बता दें कि, केन्द्र सरकार के नए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ निरन्तर नौंवे दिन शुक्रवार को भी किसानों का प्रदर्शन जारी रहने को देखते हुए पुलिस ने दिल्ली को हरियाणा और उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग बंद रखे जिसके कारण देश की राजधानी के प्रमुख सीमा बिंदुओं पर यातायात काफी धीमा रहा. उत्तर प्रदेश के किसानों के एक समूह ने गुरुवार को दिल्ली को गाजियाबाद से जोड़ने वाला प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग-24 बंद कर दिया था, जिससे वहां से दिल्ली आ रहे लोगों को समस्या हुई.
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