सुस्त हरियाणा की राजनीति में नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम के बयान ने इलेक्शन के बाद से एक बार फिर से गर्माहट ला दी है. जब से विधायक राम कुमार गौतम ने जननायक जनता पार्टी व दुष्यंत चौटाला के खिलाफ बगावती सुर अपनाए हैं, तब से ही लोगों ने गूगल व यू ट्यूब पर पूरा मामला जानने के लिए विधायक रामकुमार गौतम को सर्च करना शुरू कर दिया है.
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हाल ही सामने आए गूगल ट्रेंड के अनुसार हरियाणा में पिछले 2 दिनों में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से अधिक रामकुमार गौतम को लोगों ने सर्च किया है. जबकि इससे पहले दुष्यंत चौटाला को सर्च करने वालों का आंकड़ा विधायक राम कुमार गौतम से कई गुना अधिक था. हरियाणा और दिल्ली में इस विवाद के बारे में जानने के लिए 40 प्रतिशत लोगों ने दुष्यंत चौटाला शब्द का प्रयोग और 60 प्रतिशत लोगों ने रामकुमार गौतम शब्द का प्रयोग किया है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यूट्यूब पर तो रामकुमार गौतम को सर्च करने वालों का आंकड़ा गूगल से भी अधिक है. रामकुमार गौतम दुष्यंत से ही नहीं, बल्कि हरियाणा के सीएम मनोहर लाल से भी अधिक सर्च हुए। वहीं सिरसा जिले में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का सर्च प्रतिशत हरियाणा के अन्य सभी नेताओं से अधिक रहा. इसका कारण सिरसा में हुई कष्ट निवारण समिति की बैठक रहा.हरियाणा की राजनीति हलचल को केवल हरियाणा में ही नहीं बल्कि पंजाब, मध्य प्रदेश, केरल, झारखंड, बिहार असम सहित कई राज्यों में सर्च किया जा रहा है. अन्य राज्यों में इस विवाद को जानने के लिए दुष्यंत चौटाला का ही नाम प्रयोग में लाया जा रहा है. वहां रामकुमार गौतम का सर्च प्रतिशत जीरो है.
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