तिरुअनंतपुरम: नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर जहां देश के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं, वहीं विपक्ष भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। नागरिकता अधिनियम को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने तिरुवनंतपुरम में भाजपा पर हमला बोला है।
चिदंबरम ने कहा है कि, गृह मंत्री अमित शाह को राज्यसभा और लोकसभा में हुई बहस को ध्यान से सुनना चाहिए, उन्होंने एक भी प्रश्न का उत्तर नहीं दिया और अब वह इस पर बहस के लिए राहुल गांधी को चुनौती दे रहे हैं। इस कानून के संबंध में सरकार द्वारा जो कुछ भी बताया जा रहा है, सब कुछ गलत है। चिदंबरम ने आगे कहा कि, डीजीपी और आर्मी जनरल को सरकार का समर्थन करने को कहा जा रहा है, यह शर्म की बात है। हम जनरल रावत से अपील करते हैं, आप सेना अध्यक्ष हैं, आप अपने पद की गरिमा का ध्यान रखें।
चिदंबरम ने आगे कहा कि यह सेना का कार्य नहीं है कि हम राजनेताओं को बताएं कि हमें क्या करना चाहिए, क्योंकि यह हमारा कार्य नहीं है कि हम आपको बताएं कि लड़ाई कैसे लड़ी जाए। आपको बता दें कि आर्मी चीफ बिपिन रावत ने गुरुवार को कहा था कि नेता जनता के बीच से उभरते हैं, यदि कोई नेता आगजनी और हिंसा भड़काने के लिए यूनिवर्सिटीज और कॉलेज के छात्रों व जनता को भड़कता है तो वह नेतृत्व नहीं कर सकता। नेता वही है जो आवाम को सही दिशा में लेकर जाए।
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