मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जानकारी दी कि उन्होंने भारत में अपना कार्यकाल पूरा करने वाले राजदूतों के लिए लंच का आयोजन किया और उन्हें उनकी सेवा के लिए धन्यवाद दिया. मंगलवार को ट्वीट में उन्होंने बताया कि उन्होंने हाल में आए मिशन प्रमुखों का भी स्वागत किया.
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इस आयोजन को लेकर उन्होंने ट्वीट किया, ‘कल मैंने भारत में अपना कार्यकाल पूरा करने वाले राजदूतों के लिए लंच का आयोजन किया था.उनकी सेवा के लिए धन्यवाद अदा किया. साथ ही हाल में नियुक्त हुए राजदूतों का भी स्वागत किया. हंस डेन्नेनबर्ग कैस्टलानोस हमेशा की तरह प्रेरणा थे.’ इस मौके पर ऑस्ट्रलियन राजदूत हरिंदर सिद्धु और हंस डेन्नेनबर्ग भी मौजूद थे.
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इसे अलावा एक अन्य मामले में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, 'मैं आपको निश्चित तौर पर बता सकता हूं कि जब मैं जेएनयू में पढ़ता था, तो हमने वहां कोई 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' नहीं देखा.'इससे पहले एस. जयशंकर ने जेएनयू हिंसा की निंदा की थी. जयशंकर ने ट्वीट कर कहा था कि जेएनयू में जो हुआ उसकी तस्वीरें देखीं. हिंसा की स्पष्ट तौर पर निंदा करते हैं. यह विश्वविद्यालय की संस्कृति एवं परंपरा के पूरी तरह खिलाफ है.
इसके अलावा जेएनयू हिंसा पर सीतारमण ने ट्वीट किया था कि जेएनयू से बहुत ही खौफनाक तस्वीरें सामने आईं हैं- वह जगह जिसे मैं जानती हूं और ऐसी जगह के तौर पर याद करती हूं जिसे निर्भीक चर्चाओं एवं विचारों के लिए याद किया जाता था, लेकिन हिंसा कभी नहीं. मैं आज हुई हिंसा की स्पष्ट तौर पर निंदा करती हूं. यह सरकार, पिछले कुछ हफ्तों में जो कुछ कहा गया उसके बावजूद, चाहती है कि विश्वविद्यालय सभी छात्रों के लिए सुरक्षित रहें.
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