महाभारत का सजा था सेट पर कृष्ण दर्शन के लिए रोक दी शूटिंग
महाभारत का सजा था सेट पर कृष्ण दर्शन के लिए रोक दी शूटिंग
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रामायण के बाद टीवी पर बी आर चोपड़ा की महाभारत भी वापसी कर चुकी है. वहीं ऐसे में जब भी महाभारत की बात आती है तो आंखों के सामने एक ही चेहरा नजर आता है. इसके साथ ही वो चेहरा है एक्टर नीतीश भारद्वाज का. इसके साथ ही नीतीश भारद्वाज ने इस शो में भगवान श्रीकृष्ण की भूमिका निभाई थी. वहीं कृष्णा की मूरत को नीतीश ने टीवी स्क्रीन पर इस कदर जीवंत बनाया कि लोग उनके मुरीद हो गए. इसके साथ ही नीतीश का श्री कृष्ण किरदार काफी पसंद तो किया ही गया था, साथ ही उनकी पूजा भी होने लगी.वहीं कहते हैं कि महाभारत में नीतीश की छवि वाले पोस्टर भगवान श्रीकृष्ण के रूप में पूजे जाने लगे थे. वहीं एक्टर को श्रीकृष्ण कहकर संबोधित किया जाने लगा है . इसके साथ ही नीतीश के इस एकमात्र रोल ने उनकी जिंदगी बदल दी. वहीं नीतीश ने एक बार शूट का किस्सा सुनाते हुए एक इंटरव्यू में बताया था कि कैसे लोग एक समय पर उनकी पूजा किया करते थे. 

वहीं उन्होंने कहा कि एक दिन महाभारत की शूटिंग के समय उनका शॉट ना होते हुए भी उन्हें सेट्स पर बुलाया गया. वे अपने ग्रीन रूम में तैयार बैठे थे कि तभी धर्म चोपड़ा, जो कि महाभारत के हेड कैमरा पर्सन थे उन्हें बुलाने आए.नीतीश को बोला गया कि उनका शॉट तैयार है. परन्तु धर्म उन्हें सेट्स की जगह एक साइड में ले गए, जहां बहुत सारी भीड़ थी. धर्म ने उन्हें कहा कि देखो इतनी भीड़ जमा है, ये लोग कह रहे हैं कि जब तक कृष्ण जी के दर्शन नहीं होंगे ये लोग शूटिंग शुरू नहीं होने देंगे. वहीं हमारी शूटिंग 2 घंटे से बंद है.नीतीश के मुताबिक, उन्होंने लगभग 2 घंटे उस जगह खड़े होकर लोगों को आशीर्वाद दिया था. लोग बाकायदा उनकी पूजा कर रहे थे और उनसे दुआ मांग रहे थे.  

इसके साथ ही एक्टर की पॉपुलैरिटी को भारतीय जनता पार्टी ने भी भुनाया. श्रीकृष्ण के रोल से वो इतने फेमस हुए कि 1996 में उन्हें बीजेपी ने जमशेदपुर से लोकसभा का टिकट दिया.वहीं  नीतीश चुनाव भी जीत गए और सांसद बने. फिलहाल , कुछ समय बाद उन्होंने पॉलिटिक्स छोड़ दी.वैसे नीतीश ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत मराठी थिएटर से की थी. इसके बाद में रवि बासवानी उन्हें हिंदी थिएटर में लेकर आए. इसके बाद नीतीश ने थिएटर ग्रुप आंख जॉइन कर लिया.इसके साथ ही एक्टर ने बॉम्बे दूरदर्शन में अनाउंसर और न्यूज रीडर का काम भी किया. वहीं 1987 में नीतीश ने मराठी में पहली फीचर फिल्म खात्याल सासू नथाल सन की. इसके बाद हिंदी में तृषाग्नि की. इसके अलावा फिर उन्हें भगवान श्रीकृष्ण का वह रोल मिला जो उनकी पहचान बन गया.

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