केरल में लगातार हो रही हत्याओं से सम्पूर्ण देश में आक्रोश है, इस हालत में केरल में केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करते हुए वहां राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए। भारत के विचार पर प्रहार उन ताकतों द्वारा हो रहा है जिन्हें विदेशों से लगातार आर्थिक और वैचारिक सहायता मिलती रही है।
भारतीय राष्ट्रवाद सांस्कृतिक हो, राजनीतिक नही। सिर्फ संवैधानिक अधिकारों का उपयोग करना राष्ट्रवाद नही है। राष्ट्रवाद का तात्पर्य मिट्टी, मनुष्य व् इतिहास से प्रेम करना है।
उक्त विचार डॉ हेडगेवार स्मारक समिति के तत्वाधान में दो दिवसीय चिंतन यज्ञ के द्वितीय दिन प्रख्यात विचारक, राजनीतिक विश्लेषक एवं दिल्ली विश्वविध्यालय में राजनीतिशास्त्र के प्रोफेसर श्री राकेश सिन्हा ने व्यक्त किये।
लाभ-मंडपम, अभय-प्रशाल में आयोजित कार्यक्रम की प्रस्तावना डॉ निशांत खरे ने रखी। चार्टेड अकाउंटेंट असोसिएशन के भूतपूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मनोज फडनिस ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
मुख्य अतिथि सेवानिवृत एयर मार्शल श्री जयंतजी आप्टे थे। कार्यक्रम का संचालन अभय शर्मा ने किया और आभार प्रदर्शन रत्नेश दुबे ने किया।
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