अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2021: महिलाओं को जरूर करवाने चाहिए ये 7 टेस्ट, नहीं तो बिगड़ सकती है सेहत
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2021: महिलाओं को जरूर करवाने चाहिए ये 7 टेस्ट, नहीं तो बिगड़ सकती है सेहत
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प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। एक महिला अपने जिंदगी में कई हालातों से गुजरती है। वह काम तथा अपने व्यक्तिगत जीवन के बीच एक सही संतुलन बनाने की कोशिश करती है। हेल्दी डाइट से लेकर फिटनेस तक कई ऐसे फैक्टर हैं जिनका ख्याल रखकर महिलाएं अपनी सेहत को हेल्दी रख सकती हैं। फिटनेस के लिए उचित आहार लेने के साथ-साथ नियमित तौर पर हेल्थ टेस्ट करने आवश्यक होते हैं। व्यस्त शेड्यूल के बीच, प्रत्येक महिला को रोग मुक्त जीवन शैली पाने के लिए कुछ जांच से गुजरना पड़ता है। आज हम यहां महिलाओं के लिए कुछ स्वास्थ्य जांच के बारे में बता रहे हैं जो महिलाओं के लिए बहुत आवश्यक हैं...

1. एनीमिया के लिए टेस्ट: देश में महिलाओं में एनीमिया एक सामान्य मुद्दा है। इसके पीछे कई संभावित वजह हैं जैसे कुपोषण, भारी माहवारी, रक्तस्राव विकार तथा कई दूसरे फैक्टर सम्मिलित हैं। एनीमिया के लिए जांच एक बुनियादी परीक्षण है जो प्रत्येक महिला को कराना चाहिए।

2. थायराइड प्रोफाइल: थायराइड भारतीय महिलाओं में भी एक सामान्य मसला है तथा वजन बढ़ने के पीछे भी एक वजह है। यह एक नार्मल परीक्षण है जो एक साधारण खून जांच के जरिये किया जा सकता है। जो प्रत्येक महिला को कराना चाहिए।

3. ब्लड शुगर लेवल की जांच: ब्लड शुगर की जांच कराना भी आवश्यक है। क्योंकि एक बार यह बीमारी हो गई तो जीवन भर के लिए बोझ बन सकती है। विश्वभर में डायबिटीज के मरीज बढ़ रहे हैं। देश में डाय़बिटीज के केसों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है। डायबिटीज अथवा ब्लड शुगर स्तर के लिए मेडिकल जांच आवश्यक है। बच्चे के डायबिटीज के जोखिम को नियंत्रित करने के लिए गर्भावस्था से पूर्व ब्लड शुगर जांच कराना भी आवश्यक है।

4. ब्लड प्रेशर बढ़े तो कराएं जांच: उच्च रक्त चाप भी इन दिनों एक आम स्वास्थ्य मुद्दा है। उच्च रक्तचाप हृदय रोगों के संकट को बहुत बढ़ा सकता है। उचित परीक्षण से चिकित्सकों को उच्च रक्तचाप की वास्तविक वजह का पता लगाने में सहायता प्राप्त होगी तथा इससे जुड़ी स्वास्थ्य परेशानियों को रोकने में भी सहायता प्राप्त हो सकती है। नियमित जांच से ब्लड प्रेशर के संकट को कम करने में सहायता प्राप्त हो सकती है।

5. दिल की सेहत के लिए लिपिड प्रोफाइल: महिला के दिल के सेहत का निर्धारण करने के लिए लिपिड प्रोफाइल ते टेस्ट किए जाने चाहिए। दिल के रोग भी इन दिनों बढ़ रहे हैं तथा अधिकांश महिलाएं इसके टेस्ट न कराकर इससे पीड़ित रहती हैं। इसलिए महिलाओं को अपने लिपिड प्रोफाइल की जांच जरूर करानी चाहिए।

6. मैमोग्राफी और पैप परीक्षण: स्तन कैंसर तथा सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में दो सामान्य कैंसर हैं। हर महिला को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार स्तन कैंसर के लिए मैमोग्राफी तथा सर्वाइकल कैंसर के लिए पैप टेस्ट का ऑप्शन चुनना चाहिए।

7. हड्डियों के घनत्व की जांच: महिलाओं को भी हड्डी से जुड़े मुद्दों का ज्यादा संकट होता है तथा सामान्य रूप से कम हड्डियों के घनत्व से ग्रसित होते हैं। विटामिन डी 3 तथा कैल्शियम के लेवल के लिए स्क्रीनिंग की जानी चाहिए। महिलाओं के लिए यह जांच आवश्यक होती है।

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