हाथरस: हाथरस की सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता के शव के जबरिया अंतिम संस्कार कराने के आरोपों में घिरे जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार का आखिरकार शासन ने ट्रांसफर कर ही दिया। जिलाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई न होने पर उच्च न्यायालय ने भी नाराजगी जताई थी। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार को शासन द्वारा मिर्जापुर में डीएम के पद पर ही नियुक्त किया गया है। डीएम इस जिले में करीब 22 माह तैनात रहे। उनका ट्रांसफर साल के आखिरी दिन किया गया है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की तैनाती चुनाव आयोग के निर्देश पर शासन ने इस जिले में गत वर्ष की थी। तब आयोग ने तत्कालीन जिलाधिकारी डॉ. रमाशंकर मौर्य को यहां से हटा दिया था। दो मार्च 2019 को वह यहां डीएम के पद पर तैनात हुए थे। इससे पहले वह पंचायतराज विभाग के विशेष सचिव के पद पर तैनात थे। अपने कार्यकाल में डीएम ने लोकसभा चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न कराए थे। उसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर हुई उठापटक भी इन्हीं की पोस्टिंग के दौरान हुई।
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार के बारे में जब 20 तोले सोना, क्रिस्टा इनोवा और एफडी देने की बात का वीडियो वायरल हुआ तो डीएम खुद इसकी तह तक गए और इस मामले में खुद केस दर्ज कराया था। इसमें विहिप का जिलाध्यक्ष भी शामिल था।
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