देहरादून: कुछ दिनों पहले नेपाल, सहित कई जगह पे भूकम्प के झटको की दहशत खत्म हुई ही नही की उत्तराखंड में भूकम्प के झटके महसूस किये गए है जिसके कारण कही न कही लोगो के मन में डर का माहोल सा बन गया लेकिन अभी तक किसी प्रकार के कोई नुकसान होने की खबर नही आई है उत्तराखंड में बुधवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। शाम 4 बजकर 58 मिनट 23 सेकेंड पर आए भूकंप का केंद्र चमोली जिले में था। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.0 आंकी गई। कुमाऊं मंडल में पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में भी सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। राज्य आपदा प्रबंधन एवं न्यूनीकरण केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार भूकंप से कहीं से भी किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। उधर, आइआइटी रुड़की के भूकंप अभियांत्रिकी विभाग के विशेषज्ञों एमएल शर्मा और डा.अशोक माथुर के मुताबिक हिमालय क्षेत्र भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील है। इंडियन प्लेट के यूरेशियन प्लेट से टकराने से धरती के अंदर इकट्ठा हुई ऊर्जा की वजह से यह भूकंप आया। चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी जनपदों में भूकंप के झटके अधिक महसूस किए गए और कुछ जगह भयभीत लोग घरों से बाहर निकल आए।
राज्य मौसम केंद्र के निदेशक डॉ.आनंद शर्मा के मुताबिक अक्षांक्ष 30.5 डिग्री उत्तर और देशांतर 79.3 डिग्री पूर्व में भूकंप का केंद्र था, और गहराई 10 किलोमीटर। राज्य आपदा प्रबंधन एवं न्यूनीकरण केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार भूकंप से जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में बुधवार सुबह 10.30 बजे भूकंप का झटका महसूस किया गया। ठीक 25 मिनट बाद 10.55 बजे दूसरा और कुछ पल बाद तीसरा झटका भी महसूस किया गया। मौसम विभाग के अनुसार भूंकप की तीव्रता तीन मैग्नीट्यूट से कम होने के कारण रिक्टर पैमाने पर दर्ज नहीं हो सकी है। इस भूकंप का केंद्र नेपाल में था। धारचूला के नेपाल सीमा से लगे होने के कारण यहां झटके महसूस किए गए। बता दें कि धारचूला क्षेत्र में रविवार और सोमवार को भूकंप के तीन झटके महसूस किए गए थे