बिहार : आखिर क्यों कोरोना फ्री अस्पताल में मचा हड़कम ?

लॉकडाउन और महामारी के बीच पटना शहर स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में सात कोरोना वायरस संक्रमित मरीज पाए गए हैं. जिसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया है. राज्य के सबसे बड़े कोरोना फ्री अस्पताल आईजीआईएमएस की दो नर्स, एक महिला सफाईकर्मी, एक एक्स-रे करने वाला समेत सात लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है. 

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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि एक डॉक्टर भी संदिग्ध है जिसे अस्पताल प्रशासन ने क्वारंटीन कर दिया गया है. हालांकि उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है. एनएमसीएच अस्पताल में कोरोना का इलाज हो रहा है लेकिन वहां कोई भी चिकित्साकर्मी पॉजिटव नहीं पाया गया है लेकिन आईजीआईएमएस में मरीज मिलना चिंता की बात है. 

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इसके अलावा सबसी बड़ा चिंता का विषय यह है कि इन मरीजों की संक्रमण की चेन का पता नहीं चल पा रहा है. बुधवार को पॉजिटिव पाई गई नर्स के विषय में कयास लगाए जा रहे हैं कि उसकी कोई परिचित मछली गली में रहती है वहीं से उसे यह संक्रमण हुआ. बता दें कि आईजीआईएमएस अस्पताल में भी कोरोना के मरीजों का इलाज होता था लेकिन पांच अप्रैल से अस्पताल बंद हो गया. इसके बाद जो भी मरीज आए, उन्हें एक हॉल आइसोलेशन में रखा जाने लगा. कौन मरीज कहां से और किसके साथ आया, इसपर ध्यान नहीं दिया गया. अब अस्पताल के पूरे स्टाफ की कोरोना जांच की मांग की जा रही है. 

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