लखनऊ: पीआईसीयूपी भवन, जिसमें कई सरकारी दफ्तर हैं, उसकी दूसरी मंजिल पर लगी आग से कई अहम फाइलें और कागज़ात नष्ट हो गए. इससे उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हो गए हैं. बुधवार को हुए इस अग्निकांड पर कड़ा कदम उठाते हुए, घटना की जांच के लिए आदित्यनाथ ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है.
अपर मुख्य सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी ने कहा है कि एडीजी इंटेलिजेंस, यूपीएसआईडीसी के संयुक्त प्रबंध निदेशक और लखनऊ के मुख्य अग्निशमन अधिकारी सहित तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है. समिति को अपनी रिपोर्ट 48 घंटों के भीतर जमा करानी है. रिपोर्ट के मुताबिक, आग इमारत के दूसरे तल पर लगी थी जो तीसरे तल तक फैल गई. आग पर नियंत्रण पाने के लिए लगभग 18 दमकल गाड़ियां लगी थी. इसे बुझाने में कई घंटे लग गए. इस दौरान किसी के भी हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है.
ऐसा संदेह है कि इमारत में रखीं अहम् फाइलों को नष्ट करने के लिए आग लगाई गई थी, क्योंकि गुरुवार से इमारत में स्थित कई विभागों का ऑडिट आरंभ होने वाला था. बिल्डिंग के कुछ विभागों में राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआईडीसी), वन, एड्स नियंत्रण और यूपी लोक सेवा आयोग शामिल हैं, जो भ्रष्टाचार से जुड़े मसलों के लिए चर्चा में रहे हैं.
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