नई दिल्ली: कोरोना महामारी के संकट काल में डॉक्टरों पर हमले के कई मामले सामने आए हैं. मरीज की मौत हुई तो डॉक्टरों को निशाना बनाया, अस्पताल में बेड नहीं मिला तो भी डॉक्टरों पर अटैक हुआ, महज कारण बदले, किन्तु कई बार डॉक्टरों को लोगों के बेवजह गुस्से का शिकार बनना पड़ा. अब देश के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमना ने भी इस ट्रेंड पर नाराजगी जाहिर की है और कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं.
डॉक्टर्स डे के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया (CJI) ने देश के सामने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने डॉक्टरों पर हो रहे हमलों पर भी चिंता प्रकट की है. उन्होंने पूछा है कि, आखिर दूसरों की नाकामी के लिए डॉक्टर को निशाना क्यों बनाया जाता है? क्यों ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों पर अक्सर हमले होते हैं?
अब एक ओर CJI की ओर से डॉक्टरों के पक्ष में बातचीत की गई तो दूसरे बयान में उन्होंने सरकार को भी आईना दिखाने की कोशिश की. उनकी ओर से कहा गया कि सरकार दवा और आधुनिक तकनीक पर अधिक प्राथमिकता नहीं दे रही. उनकी नजरों में देश का स्वास्थ्य क्षेत्र मेडिकल प्रोफेशनल, संसाधन, दवा और आधुनिक तकनीक की कमी से ग्रस्त है.
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