मोदी सरकार में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर कांग्रेस पार्टी पर वार किया है. शुक्रवार को उन्होंने जोधपुर में आयोजित एक जनसभा में कहा, कांग्रेस के बड़े नेता महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना आजाद, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद और डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था कि पड़ोसी देशों से प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता दी जानी चाहिए. हालांकि अब वह काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साहस और नेतृत्व में ही हुआ है.
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अपने बयान में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए गृहमंत्री ने कहा कि उन्होंने ऐसे लोगों को नागरिकता देने के संबंध में केन्द्र सरकार को अनेक पत्र लिखे थे, लेकिन अंत में अपना वोट बैंक खोने के डर से वे इस बारे में चुप्पी साध गए. शाह ने गहलोत को कोटा पर अपना ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी, जहां 100 से अधिक नवजातों की जानें जा चुकी हैं.
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इसके अलावा शाह ने कहा, कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ गलत सूचना अभियान शुरू किया है.कांग्रेस अपनी वोट बैंक की राजनीति के लिए विरोध-प्रदर्शनों का उपयोग कर रही है. भारतीय जनता पार्टी ने एक जनजागरण अभियान शुरू किया है, जिसके माध्यम से हम नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए घर-घर जाकर 3 करोड़ लोगों से मिलेंगे. इस दौरान 250 से अधिक संवाददाता सम्मेलन तथा 50 से अधिक रैलियां आयोजित की जाएंगी.विपक्षी दलों की तरफ से फैलाये जा रहे मिथकों को समाप्त करने के लिए हम देश के लोगों से बातचीत करेंगे. उनकी आशंकाओं को सुन कर उन्हें नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में तथ्यों से अवगत करायेंगे.
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