देहरादून: कोरोना महामारी के कारण देश के प्रत्येक क्षेत्रो में कई तरह के बदलाव देखे जा रहे है, वही अब देहरादून में रेल से सफर करने वाले यात्रियों के 90 मिनट पहले रेलवे स्टेशन पर नहीं पहुंचने से रेलवे के सामने समस्या उतपन्न हो गई है. आलम यह है कि ट्रेन छूटने से 15 मिनट पूर्व एक साथ सभी यात्रियों के पहुंचने से ज्यादातर की न तो थर्मल स्क्रीनिंग हो पा रही है, और न किसी को सैनिटाइज किया जा रहा है. तथा इससे कोरोना संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ गया है.
साथ ही रेलवे प्रशासन ने सभी यात्रियों से आग्रह किया है कि वह वक़्त से स्टेशन पहुंचे. बिना थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइज के ट्रेन में बैठने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी. फिर भले किसी की ट्रेन ही क्यों न छूट जाए. बता दें कि COVID-19 संकट के चलते दून स्टेशन से इस वक़्त सिर्फ दो ट्रेनों (देहरादून-नई दिल्ली और देहरादून-काठगोदाम जनशताब्दी) का संचालन किया जा रहा है. रेलवे की तरफ से जारी गाइडलाइन के अनुसार यात्रियों को 90 मिनट पूर्व स्टेशन पहुंचना अतिआवश्यक होगा. जिससे की उनकी थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइज कराया जा सके.
दरअसल, अधिकांश यात्री ट्रेन रवाना होने से मात्र 15-20 मिनट पहले पहुंच रहे हैं. ऐसी स्थिति में एक साथ यात्रियों के पहुंचने से न तो ज्यादातर की थर्मल स्क्रीनिंग हो पा रही है, और न किसी के हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा है. किन्तु अब रेलवे ने इस सिलसिले में एक कठोर निर्णय लिया है. चीफ कमर्शियल इंस्पेक्टर एसके अग्रवाल का यह कहना है कि यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइज किए बिना ट्रेन में बैठने की अनुमति नहीं दी जा सकती. ऐसे में जो यात्री ट्रेन रवाना होने से कुछ मिनट पहले पहुंचेंगे, उन्हें यात्रा करने में समस्या हो सकती हैं. फ्यूचर में बिना स्क्रीनिंग और सैनिटाइज किए यात्रा की इजाजत किसी भी सूरत में नहीं दी जाएगी. तथा अब इस पर रेलवे नई कड़ी निगरानी रहेगी.
सचिन पायलट गुट को हाईकोर्ट से मिली बड़ी जीत
नागपंचमी : भगवान शिव के कारण जहरीले हुए सांप, जानिए कैसे ?
ठेले पर सब्जी बेच रही महिला ने निगमकर्मियों को English में फटकारा, वायरल हुआ वीडियो