श्रीनगर: आतंकी बुरहान वानी की बरसी को देखते हुए सोमवार को जम्मू से अमरनाथ यात्रा को एहतियातन रोक दिया गया है. अधिकारियों ने बताया है कि किसी भी जत्थे या यात्री गाड़ी को घाटी की तरफ जाने की अनुमति नही दी गई है. हालांकि, प्रशासन का कहना है कि अमरनाथ यात्रा के पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गो पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण जम्मू से जाने वाले जत्थे को रवाना नही किया गया.
अधिकारीयों ने जानकारी देते हुए बताया है कि जत्थे के रोके जाने से 6 हजार से अधिक श्रद्धालु जम्मू में हैं. यात्री निवास में रुके यात्रियों में यात्रा को लेकर जोश कायम है. दरअसल, बुरहान वानी की तीसरी बरसी पर कश्मीर में अलगाववादियों ने हड़ताल का आह्वान किया है. इस हड़ताल के मद्देनज़र भी अप्रिय घटना को रोकने की कोशिश के तौर पर अमरनाथ यात्रा पर सोमवार के लिए रोक लगा दी गई है. अधिकारियों ने बताया है कि अमरनाथ की सालाना यात्रा मंगलवार से बहाल हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि घाटी में कानून व्यवस्था को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. वहीं, बाबा धाम जाने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि चाहे यात्रा कितने भी दिन बंद रहे, हम बिना यात्रा के नहीं लौटेंगे. आपको बता दें कि 1 जुलाई से आरंभ हुई अमरनाथ यात्रा में बाबा बर्फानी के दर्शन करने वाले भक्तों का आंकड़ा सोमवार को 1 लाख पार कर गया है. कश्मीर घाटी में आतंकवाद का पोस्टर ब्वॉय रहे बुरहान वानी को सुरक्षाबलों ने आठ जुलाई, 2016 को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में एक एनकाउंटर में मार गिराया था.
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