नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के लिए लागू किए गए लॉक डाउन के बीच संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ ही रही है. ऐसे में हर इंसान जानना चाहता है कि क्या ये लॉकडाउन आगे भी जारी रहेगा या फिर 14 अप्रैल के बाद खुल जाएगा? ऐसे में देश के सबसे बड़े अस्पताल ऑल इंडिया ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी है.
एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि पिछले महीने भर में कोरोना वायरस के मामले बढ़े है जो की चिंता का विषय है. इसमें अच्छी बात ये है कि कोरोना वायरस के मामले देश के सभी प्रदेशों में एक साथ नहीं बढ़े हैं. ज्यादा मामले हाट्स्पॉट में बढ़े है. वायरस को रोकने की रणनीति पर बात करते हुए डॉ. गुलेरिया ने बताया कि हम प्रयास कर रहे हैं कि कोरोना वायरस को इन हॉटस्पॉट तक ही सीमित रखा जाये और दूसरे इलाकों या प्रदेशों में फैलने से रोका जाए.
एम्स डायरेक्टर का मानना है कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खोलने का निर्णय कई अहम बातों पर निर्भर करता है. जैसे फिलहाल देश में इसके मामले कितनी रफ़्तार से बढ़ रहे हैं. सरकार ऐसे राज्यों या शहरों में लॉकडाउन खोल भी सकती है जहां संक्रमण के कोई मामले नहीं हैं. किन्तु जिन शहरों में कोरोना वायरस संक्रमण का हॉटस्पॉट है, वहां से लॉकडाउन हटाना अभी कठिन लगता है. डॉ. गुलेरिया का कहना है कि ऐसे हालात में सभी नागरिकों को सतर्क और सावधान रहने की आवश्यकता है.
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