नई दिल्ली: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट Omicron काे लेकर AIIMS दिल्ली के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने नई चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि वैक्सीन और कोविड-प्रोटोकॉल के अनुसार व्यवहार ही सिर्फ कोरोना के नए वैरिएंट के बढ़ते प्रसार को रोकने के दो तरीके हैं। विश्व में काेराेना के बाद अब इसके Omicron ने कहर माचाना शुरु कर दिया है.
बता दें कि भारत में भी अब यह तेजी से फैल रहा है. जानकारी केे अनुसार, भारत में 2 दिसंबर को Omicron का पहला केस दर्ज किया गया था। इसके बाद से आज तक भारत में 340 से अधिक Omicron के मामले सामने आ चुके हैं। डॉ गुलेरिया ने बताया कि, 'Omicron एक अधिक संक्रामक वैरिएंट है। हमें खुद को बचाने के लिए दो कार्य करने की आवश्यकता है, पहला है टीका लेना और दूसरा है कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करना।' इससे पहले, डॉ गुलेरिया ने कहा था कि Omicron से सुरक्षा के लिए मौजूदा टीकों में बदलाव किया जा सकता है।
उन्होंने कहा है कि, 'हमारे पास दूसरी जनरेशन के टीके होंगे। यह कुछ ऐसा है जिसे हमें ध्यान में रखने की जरुरत है। मौजूदा वैक्सीन प्रभावी हैं, किन्तु नए वैरिएंट आने के साथ, उनकी प्रतिरक्षा कम हो सकती है। हालांकि, टीकों में परिवर्तन किया जा सकता है, इस बारे में रिसर्च भी चल रही हैं कि क्या हमारे पास एक दोहरी क्षमता वाली कोरोना वक्सीन हो सकती है। मान लें कि डेल्टा वैरिएंट और बीटा वैरिएंट को एक टीके में मिला दें तो यह एक दोहरी क्षमता वाली वैक्सीन बनेगी।'
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