आखिर क्यों आज भी याद किए जाते है विनोबा भावे
आखिर क्यों आज भी याद किए जाते है विनोबा भावे
Share:

यह गांधी का 152वां साल है। बा और बापू की 150 वर्ष में विनोबा को भला क्यों याद करें? इसलिए, क्योंकि विनोबा के भी इधर 127 वर्ष हो चुके है। 11 सितंबर को उनकी जयंती है। वक़्त की यह गिनती छोड़ भी दें और दुनिया के किसी भी कोने को देख लें तो क्या ये 2 महापुरुष बदली हुई परिस्थितियों में अब भी कोई रास्ता दिखा रहे हैं? भले ही अब वे बातें ठीक उसी तरह से लागू नहीं की जाती है, जैसी आज से सौ बरस पहले कही और समझाई जा रही थीं, लेकिन सिद्धांत तो शाश्वत हैं।

विनोबा के बारे में बहुत सारे चिंतक बोलते हैं कि उनका व्यक्तित्व गांधी से श्रेष्ठ हो जाता है। गांधी के चले जाने के उपरांत सही मायने में गांधी के अंत्योदय के विचार को सर्वोदय में परिभाषित करने वाले विनोबा उनकी विरासत को सही मायने में संभाल चुके है। इसके संकेत उन्होंने गांधी को दे दिए थे और गांधी भी सहज भाव से उन्‍हें इसकी स्वीकृति भी दे रही है।

विनोबा जेल में हैं। जेल में उनका सामना उस वक्त के सभी विचारों से होने लगा। एकांत को पसंद करने वाले विनोबा इस अवसर को कई तरह के विचारों को समझने का एक अवसर बना लेते हैं। विनोबा लिखते हैं कि ‘वहां जो सज्जनता गांधी वालों में नजर आती है, वही दूसरे लोगों में भी पाई जाती है और जो दुर्जनता दूसरों में दिखाई देती है, वह इनमें भी पाई जाती है। तब मैंने पाया कि सज्जनता किसी एक पक्ष की चीज नहीं है। बहुत सोचते पर वे इस निर्णय पर पहुंचे कि एक खास पक्ष में या संस्था में रहकर मेरा काम नहीं चलने वाला है। सबसे अलग रहकर जनता की सेवा ही मुझे करनी चाहिए।’

इसी विचार को वह गांधी के सामने भी इसी सहजता से प्रस्तुत कर देते हैं तिस पर गांधी बोलते थे कि ‘तेरा अभिप्राय मैं समझ गया, तू सेवा करेगा और अधिकार नहीं रखेगा। यह ठीक ही है।’ और इसके बाद विनोबा तमाम उन संस्थाओं से खुद को हटा लेते हैं जो उन्हें बहुत प्रिय थीं। यह विनोबा होने की शुरुआत है। जिस तरह से आजादी पाने के बाद गांधी का रास्ता भी सत्ता की तरफ  नहीं जाता, ठीक उसी तरह विनोबा भी सत्ता को क्या, संस्थाओं के विचार से भी खुद को अलग करा लेते हैं।

बिना मास्क हटाए चरणामृत कैसे पी गए अशोक गहलोत ? वीडियो हुआ वायरल तो देने लगे सफाई

'मेरा फोन क्यों रिकॉर्ड किया?' थाने में पुलिसवालों से भिड़ गई नवनीत राणा

सार्वजनिक गणेशोत्सव में हुआ भव्य आयोजन, इनकी जुगलबंदी ने खूब जमाया रंग

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
Most Popular
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -