जिले के गांव नंगथला से सिंदोल रोड पर पशु डेयरी में मौते हो रही है. यहां पर पशुओं के मरने का सिलसिला बिल्कुल नही रूका रहा है. मात्र 3 दिन में 29 दूधारू भैंसों की मृत्यु हुई थी, तो अब मंगलवार को 13 और पशुओं ने अपनी जान गवा दी है. अब मृत भैंसों की संख्या अब 42 हो गई है. हिसार की उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया प्राथमिक पड़ताल में सामने आया है, कि पशुओं में आंतों में इन्फेक्शन होने की वजह से मृत्यु हुई है. लुवास की टीमें भी पड़ताल में जुटी हुई है.
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महालक्ष्मी डेयरी के संचालक रणवीर ने कहा की वह बीते लगभग 30 वर्षा से पशु डेयरी चलाने का काम कर रहे. डेयरी में लगभग 110 पशु रहते है. जिनकी मौत का सिलसिला 5 दिन पहले से जारी है. जो अभी तक रुका नहीं. रणबीर ने बताया की 5 दिन पहले उनकी एक गाय की मौत हो गई थी, किन्तु इतने पशुओं में उसने गाय की मृत्यु पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया है.
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जिसके बाद उसकी दो भैंस और मर गईं. रणबीर ने कहा की बीते 3 दिनों में शनिवार से आज तक उसकी कुल 29 भैंसों की मृत्यु हो चुकी है. जिनमें शनिवार को तीन, रविवार को नौ और सोमवार सुबह से मंगलवार सायं तक 11 भैंसों की मृत्यु हो चुकी थी. कुल मिलाकर अब तक 42 भैंसों की मौत हो चुकी है. 1-1 भैंस की प्राइस 1 से 2 लाख रुपये तक की थी, जिनके अज्ञात बीमारी से मरने की बात पता चली थी. उन्हें 30 लाख रुपये से अधिक की क्षति उठाना पड़ी है. अब और मौत हुई है. जिससे डेयरी का नुकसान बढ़ता जा रहा है.
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