योग को पाठ्यक्रम के रुप में शामिल किया जाए या नही, 12 जनवरी को होगा फैसला
योग को पाठ्यक्रम के रुप में शामिल किया जाए या नही, 12 जनवरी को होगा फैसला
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नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सार्थक प्रयासों के बाद पूरी दुनिया योग दिवस मना रही है। लेकिन अपने ही देश के स्कूलों में इसे लागू किया जाए या नही, इस मामले पर संशय है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर 12 जनवरी को फैसला सुना सकती है। इस संबंध में याचिका दायर करने वाले जे सी सेठी ने चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर के सामने इस मामले को रखा।

मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा कि क्या आप योग करते है। आपको योग करने से किसने रोका है? लेकिन आप किसी से जबरन योग नहीं करा सकते। याचिकाकर्ता ने इसके जवाब में कहा कि वो 85 साल के हैं और योग करते हैं। स्वस्थ शरीर मौलिक अधिकारों की श्रेणी मे आता है। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि वो इस याचिका पर जनवरी में सुनवाई करेंगे।

यह मामला 2011 का है। जिस पर कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों से जवाब मांगा था। लेकिन नोटिस के बाद भी याचिका पर सुनवाई नही हो सकी। याचिका में देश के सभी स्कूलों में योग को लागू किया जाए या नही और इसे पाठ्यक्रम के रुप में शामिल करने की मांग की गई है।

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