भोपाल: शराब एवं नशा दोनों देश को बर्बाद कर रहे हैं। शराब को बांटने का कार्य सरकार कर रही है। सरकार पहले अपनी वितरण प्रणाली को ठीक करे। साथ-साथ जागरूकता अभियान चलाए। यह बातें मध्यप्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने बालाघाट में मीडिया से वार्ता के चलते कहीं। बता दे कि पूर्व सीएम शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर बालाघाट पहुंची हैं।
दरअसल, अपने तेज बयानों के लिए पहचाने जाने वाली पूर्व सीएम उमा भारती ने सरकार की शराब वितरण प्रणाली पर प्रश्न खड़े करते हुए कहा कि सरकार नियंत्रित वितरण प्रणाली बनाए। धार्मिक स्थल, शिक्षा, महिलाओं के जमावड़े, श्रमिकों की बस्ती से शराब दुकानें आधा किलोमीटर दूर होनी चाहिए तथा आहते बंद होने चाहिए। यदि इसमें सरकार को राजस्व का घाटा हो जाए तो सह लेना चाहिए और भी कई तरीके हैं राजस्व प्राप्ति के। गुजरात एवं बिहार में शराबबंदी को लेकर किए गए प्रश्न पर उमा भारती ने कहा कि सहयोग था कि दोनों प्रदेश हमारे थे। NDA का था बिहार और गुजरात भाजपा का। मेरे अंदर तो फितूर ये है कि शराब नाम की चीज देश में होनी ही नहीं चाहिए, मगर सरकार पहल करे। सरकार की वितरण प्रणाली में खामियां है तथा शिवराज जी ने कबूल किया है, इसलिए मैं शिवराज जी से बहुत प्रभावित हूं तथा वे बड़ा दिल रखने वाले व्यक्ति हैं।
पूर्व सीएम उमा भारती ने जहरीली शराब विक्रय करने वालो पर हमला बोलते हुए कहा कि जहरीली शराब बनाने वाले माफिया है जो कि पुलिस व प्रशासन,नेताओ के संरक्षण में कार्य करती है। तीन महादैत्य दैत्य हैं। शराब माफिया,खनन माफिया,पावर जनरेशन माफिया तीनों मिलकर देश को निगलने की तैयारी कर रहे है। तीनों माफिया मेरे पीछे इस पड़ गए है कि मेरी जिंदगी ले जाएंगे, मगर मैं डट कर खड़ी हूं। मैं इनसे कोई समझौता नहीं करने वाली हूं। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने मेरी बात को सुना मगर शराब को राजस्व का एक आधार बनाना तो ऐसे ही है, जैसे मां बच्चे को खून पीकर जिंदा रहना चाहती हो। सरकार को शराब के राजस्व के आधार पर जीवित नही रहना चाहिए। मध्यप्रदेश मॉडल स्टेट शीघ्र ही बन जाएगा।
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