बेंगलुरु: यह मामला है कर्नाटक का जहां एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में एक अजीब नियम है. यहाँ नॉन-वेज खाने के लिए स्टूडेंट्स को हॉस्टल और डाइनिंग रूम से बाहर आना पड़ता है. चाहे फिर उन्हें नॉन-वेज हॉस्टल में ही दिया जाय|
हसन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस कर्नाटक के कई स्टूडेंट्स को हॉस्टल से बाहर नॉन-वेज खाना खाते देखा गया. और जब भी इस हॉस्टल में नॉनवेज बनता है तो उसे स्टूडेंट्स को बहार जाकर ही खाना पड़ता है|
एक स्टूडेंट ने बताया की उसके सीनियर्स भी ऐसा करते थे, अब जूनियर्स भी यही करते हैं. उसने यह भी कहा की इस पर वो लोग कभी सवाल नहीं करते यह सब उसने अपनी पहचान न बताने के वादे के बाद बताया, बतादे की वेज और नॉन-वेज खाना बनता एक ही किचन में है. लेकिन इसे कभी भी डाइनिंग हॉल में सर्व नहीं किया जाता. हॉस्टल के मुताबिक यहाँ इस तरह का कोई नियम नहीं है|