वरुण गांधी बोलते नहीं केवल लिखते है ; मेनका गांधी
वरुण गांधी बोलते नहीं केवल लिखते है ; मेनका गांधी
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नयी दिल्ली ​। उत्तरप्रदेश के पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी पिछले काफी समय से अपनी ही पार्टी से अत्यधिक असंतुष्ट हैं। वरुण की नाराजगी समय-समय पर सामने आती रही है। कभी पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का पक्ष लेते हुए दिखाई देते है तो कभी उन्हे सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए देखा गया है। इस बीच, अटकलें भी लगाई जाने लगीं थी, कि वरुण भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले है। हालांकि, राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ऐसी अटकलों पर ब्रेक लगा दिया। अब वरुण गांधी के हालिया बयानों को लेकर उनकी मां मेनका गांधी जो की सुल्तानपुर से सांसद भी है उन्होंने चुप्पी तोड़ी है।पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद मेनका गांधी ने बेटे के बयानों को लेकर कहने लग गयी की वरुण केवल ट्विटर पर ही लिखते हैं। मीडिया से बात करते हुए मेनका गांधी ने कहा, ''वरुण गांधी ने कोई भी विवादित बयान नहीं दिया है। वे आज कल पॉलिटिक्स में अग्रेसिव भी नहीं हैं। वे सिर्फ अपने ट्विटर अकाउंट पर ही लिखते हैं।'' सूत्रों की माने तो, वरुण काफी समय से भाजपा से नाराज बताए जा रहे हैं, लेकिन कुछ समय पहले उन्होंने कई बार भाजपा के खिलाफखड़े हुए है।  बेरोजगारी, कोरोना वायरस, अग्निवीर योजना समेत विभिन्न मुद्दों पर वरुण गांधी ने बीजेपी के खिलाफ में ही बयान दिया है। 

वरुण गाँधी ने बेरोजगारी,सरकारी नौकरियों और निजीकरण पर भी सवाल खड़े किए
पिछले दिनों अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत पहुंचे वरुण गाँधी के द्वारा बेरोजगारी, सरकारी नौकरियों और निजीकरण पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए बोला था, कि आज के समय में एक करोड़ से ज्यादा सरकारी नौकरियों के पद खाली पड़े हुए हैं, देश का 90% युवा बेरोजगार घूम रहा है। सभी कंपनी का निजीकरण किया जा रहा है। वरुण का यहा पर बयान देना भी अपनी ही पार्टी के खिलाफ बताया जा रहा था। हालाँकि, सरकारी नौकरी और निजीकरण के मुद्दों पर कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल भी भाजपा सरकार को निशाने पर लेते रहे हैं। 

मेनका गांधी की सीएम योगी से भी हुई थी मुलाकात
वरुण के बयांनो की सरगर्मियों के बीच 2023 की शुरुआत में मेनका गाँधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी, जिसके बाद कई तरह के कहानियां राजनैतिक गलियारों में गुंजी। मेनका गांधी के साथ बीजेपी के चार अन्य विधायक भी मौजूद थे, विनोद सिंह, राज प्रसाद उपाध्याय, सीताराम वर्मा और राजेश गौतम। किसान और सहकारी चीनी मिल को विषय में बात चीत करने का लेकर मुलाकात हुई थी। बता दे  कि,वरुण गांधी भी किसानों के मुद्दे पर अपनी सरकार पर ही काफी आक्रामक रहे हैं और कई बार वे अन्नदाताओं के विषय से जुड़े मामले उठाते रहे हैं। 

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